कोरोना वायरस से कौन होगा पहले बीमार, यह देखने के लिए लग रहा सट्टा
वॉशिंगटन। अमेरिका में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने की बजाय दिन पर दिन तेजी से इजाफा होता जा रहा है। अमेरिका दुनिया की चार प्रतिशत जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है मगर दुनिया के 25 प्रतिशत केस इसी देश में हैं। लापरवाही का आलम यह है कि अब कॉलेज के स्टूडेंट्स यह देखने के लिए कोरोना वायरस पार्टी कर रहे हैं कि इनफेक्शन किसको पहले लगता है। एक अमेरिकी अधिकारी की तरफ से इस बात का खुलासा किया गया है।
कोरोना वायरस पॉजिटिव को किया जा रहा इनवाइट
30 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले अमेरिका में अब तक 20 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और 125,000 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं। अमेरिकी राज्य अलबामा के टूस्कालूसा में छात्रों की तरफ से बड़े पैमाने पर इस महामारी को लेकर लापरवाही बरतने की बात अधिकारियों की तरफ से कही गई है। छात्र एक प्रकार की शर्त लगा रहे हैं। टूसकालूसा की सिटी काउंसिलर सोनिया मैककिन्स्ट्री ने एबीसी न्यूज को इन पार्टियों के बारे में बताया है। उन्होंने बुधवार को जानकारी दी कि किस तरह से स्टूडेंट्स इस बात पर शर्त लगा रहे हैं कि पहले कौन बीमार पड़ता है। शहर के फायर चीफ रैंडी स्मिथ ने सबसे पहले मंगलवार को इस प्रकार की पार्टियों के बारे में जानकारी दी थी। स्मिथ ने कहा कि छात्र पार्टियों में ऐसे लोगों को इनवाइट कर रहे हैं कि जो पॉजिटिव हैं। शुरुआत में उन्हें लगा था कि यह सिर्फ एक अफवाह है। लेकिन डॉक्टर के ऑफिस ने इस बात की पुष्टि की। साथ ही बाकी अथॉरिटीज की तरफ से भी यही बात कही गई।
क्वारंटाइन तोड़ने पर 500 डॉलर का जुर्माना
मैकिन्स्ट्री ने ऐसी पार्टियों के बारे में और ज्यादा जानकारी हासिल की है। उन्होंने बताया कि न सिर्फ संक्रमित लोगों के साथ ऐसी पार्टियां हो रही हैं लेकिन लोग सट्टा तक लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि लोग इस बात पर अच्छी- खासी रकम लगा रहे हैं कि पहले किसे कोविड-19 का संक्रमण लगता है। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि किस कॉलेज के स्टूडेंट्स ने इन पार्टियों को अटेंड किया। टूसकालूसा में अलबामा यूनिवर्सिटी में यहां का सबसे बड़ा स्कूल है। मार्च माह में अलबामा यूनिवर्सिटी की तरफ से क्लासेज को कैंसिल कर दिया गया था। यह फैसला इस मकसद से उठाया गया था ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। अलबामा में अगर कोई कोरोना वायरस पॉजिटिव है तो फिर उसे पहले 14 दिनों के क्वारंटाइन में रहने के लिए बाध्य हैं। क्वारंटाइन तोड़ने पर उन्हें 500 डॉलर तक की रकम बतौर जुर्माना देना पड़ सकती है।