पर्यावरण संरक्षण के लिए लड़ रही 16 साल की ऐक्टिविस्ट ग्रेटा की नरेंद्र मोदी से अपील, क्लाइमेट चेंज पर गंभीर हों
नई दिल्ली। जलवायु परिवर्तन के लिए अपने संघर्ष को लेकर चर्चा में रहने वालीं स्वीडन की 16 साल की लड़की ग्रेटा थनबर्ग ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि उनको क्लाइमेट चेंज को लेकर गंभीर होना चाहिए। अगस्त 2018 में स्वीडन की संसद के सामने क्लाइमेट चेंज को लेकर प्रदर्शन करने वाली ग्रेटा ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में ग्रेटा से पूछा गया था कि वह प्रधानमंत्री को क्या संदेश देना चाहती हैं, जिसके जवाब में उन्होंने ये कहा।
नरेंद्र मोदी को संदेश देते हुए ग्रेटा ने कहा, इसे बहुत संजीदगी से लेना होगा। अगर हम अभी ऐसा नहीं करते हैं तो भविष्य में आपको गंभीरता से नहीं लिया जाएगा। आपके ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और अगर आप इसके लिए कुछ नहीं करेंगे तो भविष्य में इस गंभीर समस्या के लिए लोग आपको ही दोषी ठहराएंगे। ग्रेटा ने कहा कि भारतीय बच्चे बहुत बहादुर हैं और वह पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक हैं, ऐसे में वो भारत के स्कूली बच्चों से बहुत प्रभावित हैं।
क्लाइमेट चेंज पर पीएम मोदी पर हमला बोलने वाली 16 वर्षीय ग्रेटा नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट
अगस्त 2018 में स्वीडन की संसद सामने ग्रेटा ने हड़ताल की थी। ग्रेटा ने पिछले वर्ष अगस्त में जब ग्रेटा ने दुनियाभर के नेताओं से क्लाइमेट चेंज की वजह से होने वाले प्रभावों को रोकने के लिए वर्ल्ड लीडर्स से अपील की थी तो उसमें एक नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी शामिल था। ग्रेटा ने साल 2018 जनवरी में स्विट्जरलैंड के दावोस में हुई यूएन क्लाइमेट समिट के दौरान कई नेताओं को चुनौती दी थी। ग्रेटा ने कहा था, एक बदलाव आ रहा है, आप इसे पसंद करें या नहीं। यहां पर आए वर्ल्ड लीडर्स को ग्रेटा ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि अगर आज नहीं जागे तो फिर हम कभी नहीं जाग पाएंगे।
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