अमेरिका ने कहा- हमें हटाकर चीन दुनिया में सुपर पावर बनने की फिराक में
वॉशिंगटन। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर के अलावा भी बहुत कुछ चल रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के टॉप एक्सपर्ट का मानना है कि दुनिया में सुपर पावर की जगह अमेरिका को हटाकर चीन अपने आप को स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। सीआईए का मानना है कि चीन इसके लिए सीधी लड़ाई नहीं लड़ेगा, बल्की शीत युद्ध लड़ रहा है। सीआईए का लगता है अमेरिका को कमजोर करने के लिए चीन अपने सहयोगी रूस के साथ मिलकर काम कर रहा है।
ईस्ट एशिया सेंटर के सीआईए डायरेक्टर माइकल कॉलिंस ने कहा, 'वे (चीन) जो भी हमारे साथ कर रहे हैं, वह एक शीत युद्ध की तरह है। वह शीत युद्ध नहीं जो हमने शीत युद्ध (अमेरिका और सोवियत संघ) देखा था। लेकिन यह एक शीत युद्ध की तरह ही है। दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर को लेकर बढ़ रही टेंशन को देखते हुए कॉलिंस ने कहा कि चीन अब तक अमेरिका मे बिजनेस सीक्रेट और हाई टेक्नोलॉजी रिसर्च की चोरी करता आया है। वहीं, चीन अपनी मिलिट्री का विस्तार करने के साथ-साथ मॉडर्नाइजेशन करने में लगा है। वहीं, अमेरिका और अन्य देशों साउथ चाइना सी में चीन की गतिविधियों की शिकायत करते रहे हैं।
एफबीआई डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे ने कहा कि खुफिया परिप्रेक्ष्य से देखा जाए तो अमेरिका के लिए चीन बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि एफबीआई सभी 50 राज्यों में आर्थिक जासूसी की जांच कर रहा है, जिसके पीछे चीन के हाथ का पता लगाया जा रहा है। रे ने कहा कि अमेरिका कभी भी चीन की हरकतों को नजरअंदाज नहीं कर सकता।
अमेरिका के पूर्व डिफेंस अंडरसेक्रेटरी मार्सेल लेट्रे ने कहा कि चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मिलिट्री बजट वाला देश है, जिसकी जमीन पर सबसे बड़ी आर्मी है और तीसरी सबसे बड़ी एयर फोर्स के साथ-साथ 300 जहाजों और 60 पनडुब्बियों की ताकत वाला कम्युनिस्ट राष्ट्र है।