डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता में लाने के लिए ट्रंप टॉवर के 26वें फ्लॉर पर हुई थी रूस के साथ मिटिंग- CIA
वॉशिंगटन। यूएस खुफिया एजेंसियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका में 2016 आम चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता में लाने के लिए रूस ने हस्तक्षेप किया था। ट्रंप के शपथ ग्रहण से कुछ दिनों पहले दोनों पक्षों के बीच अहम मिटिंग हुई थी। यूएस खुफिया एजेंसियां इससे पहले भी हस्तक्षेप का दावा कर चुकी है। बता दें कि अमेरिकी सीनेट इंटेलीजेंस कमिटी 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रुसी हस्तक्षेप के मामले की जांच कर रही है।
यूएस खुफिया एजेंसियों के अनुसार, 6 जनवरी को ट्रंप टॉवर के 26वें फ्लॉर पर एक अहम मिटिंग बुलाई गई थी, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप के दामाद, जारेज कुशनर और चीफ स्टाफ सलाहकार के रूप में मौजूद थे। उस मिटिंग में शिरकत करने वाले एक अधिकारी ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए ट्रंप को प्रेसिडेंट बनाने की कोशिश की गई थी। वहीं, एक और अधिकारी ने कहा वो मिटिंग एक सामान्य प्रोसेस का पार्ट था और एक स्टैंडर्ड प्रेसिडेंट को सत्ता में लाने के लिए बड़ी कोशिश थी।
वहीं, इससे पहले बुधवार को एक और खुलासा हुआ था कि डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने सीनेट ऑफिस में 9 घंटे तक थे जहां उन्होंने इस मामले में गवाही दी। अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसी का मानना है कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव को रूस ने प्रभावित किया था। रूस इन चुनावों को प्रभावित कर ट्रंप को जिताना और हिलेरी क्लिंटन को हराना चाहता था।
तमाम आरोपों के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन गुरूवार को कहा ट्रंप और उनके काम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पुतिन ने कहा कि सब बातें उन लोगों ने की जो ट्रंप के विरोधी हैं। वो उनके काम को बदनाम करना चाहते है। उन्होंने कहा कि रूस सरकार के प्रतिनिधियों ने ट्रंप की टीम से मुलाकात की थी, लेकिन ये सामान्य राजनयिक प्रक्रिया है।