दुश्मनी भुला चीन ने खाई भारत से दोस्ती कसम, बोला- हिमालय भी नहीं रोक सकता हमारे रिश्ते
नई दिल्ली। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भारत की दोस्ती की कसम खाते हुए दोनों देशों के रिश्तों में मजबूती की बात कही। वांग यी ने कहा कुछ मुद्दों पर दोनों देशों के बीच मतभेद जरूर है लेकि दोनों देशों को इन्हें लेकर लड़ना नहीं चाहिए बल्कि साथ आकर संबंधों को मजबूत करने का काम करना चाहिए। चीनी विदेश मंत्री ने इसके साथ ही अगर दोनों देशों अपने मतभेदों को भुलाकर अगर एक साथ आ गए तो हिमालय भी हमारी दोस्ती को नहीं तोड़ सकता है।
चीनी ड्रैगन अब भारत से नहीं कराएगा लड़ाई
चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और चीन के रिश्तों में बीच कुछ दिनों में आई कठिनाईयों के बीच सुधार हुआ है। चीन अपने रिश्तों को भारत से मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। चीनी विदेश मंत्री ने आगे कहा, 'चीनी ड्रैगन और भारतीय हाथी को आपस में लड़ना नहीं चाहिए बल्कि साथ आकर संबंध मजबूत करना चाहिए। अगर दोनों देश साथ आ गए तो एक और एक दो नहीं ग्यारह हो जाएंगे।'
चीन से यूं आए थे रिश्तों में तनाव
बता दें कि चीन और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध पिछले वर्ष कई अहम मुद्दों को लेकर तनावपूर्ण हो गए थे। चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरीडोर (सीपीईसी) के अलावा चीन ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने वाले भारत के यूनाइटेड नेशंस में पेश प्रस्ताव में अड़ंगा डाल दिया था। इसके अलावा चीन ने न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में भारत की एंट्री में भी रोड़ा अटका दिया था। साथ ही 73 दिनों तक डोकलाम में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने थीं।
दोनों देशों को करनी चाहिए एक दूसरे की मदद
वांग ने 2018 में पहली बार दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की बात की है। उनका कहना था कि अंतर्राष्ट्रीय हालातों में सदी में सबसे बड़ा बदलाव हो रहा है और चीन-भारत को इस पर जोर देने के लिए सब-कुछ करना चाहिए। उनका कहना था कि दोनों देशों को शंकाओं को दूर करने के लिए एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। वांग ने आपसी भरोसे को भारत-चीन रिश्तों में सबसे अहम दौलत करार दिया। उनका तो यहां तक कहना था कि राजनीतिक भरोसे के साथ आगे बढ़ने पर हिमालय भी हमारी दोस्ती में बाधा नहीं बन सकता है।