दोहरी खुराक के साथ चीनी CanSino कोरोना वैक्सीन का क्लीनिकल परीक्षण करेंगे चीनी शोधकर्ता
नई दिल्ली। चीनी शोधकर्ताओं ने सैन्य-समर्थित अनुसंधान इकाई और चीनी कैनसिनो (CanSino) बायोलॉजिक्स इंक के सहयोग से विकसित किए जा रहे कोरोनो वैक्सीन कैंडीडेट का क्लीनिकल परीक्षण दोहरी खुराक के साथ करने की योजना तैयार की है। चीन के वुहान में 20 सितंबर से शुरू होने वाले परीक्षण के लिए Ad5-nCoV की दो खुराक लेने के लिए 168 स्वस्थ वयस्कों को भर्ती होने की उम्मीद है। हालांकि कंपनी के एक प्रतिनिधि ने नए परीक्षण पर टिप्पणी करने से इंकार किया है।
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Ad5-nCoV की एक खुराक का ट्रायल पाकिस्तान-रूस में अंतिम चरण में है
क्लीनिकिल परीक्षण रजिस्ट्री डेटा से पता चलता है कि कई चीनी वैक्सीन्स में से एक कैनसिनो वैक्सीन कैंडीडेट Ad5-nCoV की एक खुराक का परीक्षण पाकिस्तान और रूस में अंतिम चरण में है। इस कैंडीडेट को चीनी सेना में उपयोग के लिए मंजूरी दी जा चुकी है। हालांकि कैनसिनो कंपनी के बाहर के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन की प्रभावशीलता को लेकर चिंता व्यक्त की है। उनके मुताबिक सामान्य कोल्ड वायरस का उपयोग करने वाले Ad5-nCoV वैक्सीन से कई लोगों में कोरोनोवायरस के आनुवंशिक निशान मिले है।
शरीर में मौजूद प्रतिरक्षा Ad5-nCoV की क्षमता को चोट पहुंचा सकती है?
इसके जवाब में कैनसिनो (CanSino) ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में इसका कोई सबूत नहीं था कि कॉमन सर्दी वायरस के खिलाफ शरीर में मौजूद प्रतिरक्षा Ad5-nCoV की क्षमता को नई कोरोनोवायरस के खिलाफ एंटीबॉडी को बनाने की क्षमता को गंभीर रूप से चोट पहुंचा सकती है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त डेटा एकल खुराक-आधारित चरण 2 परीक्षण से एकत्रित किया गया था।
इबोला टीका विकसित करने की पद्धित से प्रतिरक्षा विकसित करने में सक्षम
गौरतलब है गत जुलाई में Ad5-nCoV पर काम करने वाले शोधकर्ताओं ने कहा था कि एक सामान्य ठंडा वायरस-आधारित इबोला वैक्सीन विकसित करने के पिछले अनुभव के आधार पर उसी पद्धति का उपयोग करते हुए एक अतिरिक्त खुराक देकर एक उन्नत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया निर्माण में सक्षम हुआ जा सकता है। गुरुवार को प्रकाशित एक पंजीकरण रिकॉर्ड में कहा गया है कि नया दो-खुराक वाला फेस-1 ट्रायल दो खुराक की सुरक्षा और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करने की उसकी क्षमता का परीक्षण करेगा।
सामूहिक टीकाकरण के माध्यम से झुंड प्रतिरक्षा प्राप्त की जानी चाहिए
वहीं, ग्लोबल टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को एक ऑनलाइन फोरम में प्रसिद्ध श्वसन रोग विशेषज्ञ झांग नांशान कहती है कि सामूहिक टीकाकरण के माध्यम से झुंड प्रतिरक्षा प्राप्त की जानी चाहिए।
कोरोना वैश्विक जनसंख्या के 60-70 फीसदी लोगों को प्रभावित करेगा
विशेषज्ञ झांग नांशान ने कहा कि किसी भी हस्तक्षेप की अनुपस्थिति में कोरोना वैश्विक जनसंख्या के 60-70 फीसदी लोगों को प्रभावित करेगा, जिसमें से 6.95 फीसदी की मृत्यु हो जाएगी। उनके मुताबिक महामारी इस सर्दी और अगले वसंत तक जारी रहने की संभावना है, क्योंकि बड़े पैमाने पर टीकाकरण में लगभग एक से दो साल लगेंगे, जिसके लिए लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता होगी।