अमेरिका के राज चुरा रहा था 34 साल का चीनी रिसर्चर, FBI ने किया गिरफ्तार
वॉशिंगटन। अमेरिका और चीन के बीच जारी तनाव और भड़कने के आसार हो गए हैं। अमेरिका ने चीन के एक और रिसर्चर को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। अमेरिकी न्याय विभाग की तरफ से बताया गया है कि यह चीनी नागरिक वजीर्निया यूनिवर्सिटी में रिसर्च कर रहा था। इसे उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अपने देश चीन रवाना होने के लिए फ्लाइट पकड़ने की कोशिश कर रहा था। इस रिसर्चर पर अमेरिका ने ट्रेड सीक्रेट्स चुराने के आरोप लगाए हैं।
यह भी पढ़ें-सौतेली बेटी इवांका के साथ ठीक नहीं हैं मेलानिया के रिश्ते!
वर्जिनिया यूनिवर्सिटी में कर रहे रिसर्च
34 के हाइझोउ हू पर आरापे लगे हैं कि उन्होंने बिना मंजूरी के कम्प्यूटर का एक्सेस हासिल कर लिया या फिर ऐसे कंप्यूटर से जानकारियां हासिल करने की कोशिशें की जो पहले से सुरक्षित किया गया था और फिर उन्होंने ट्रेड सीक्रेट्स को चोरी किया। न्याय विभाग की तरफ से एक प्रेस रिलीज कर इस बात की जानकारी दी गई है। इस प्रेस रिलीज में कहा गया है, 'चीनी नागरिक हाइझोउ हू, वर्जिनिया यूनिवर्सिटी में रिसर्च कर रहे थे, उन्हें आज गिरफ्तार किया गया है और एक क्रीमिनल कंप्लेंट पर उन्हें अरेस्ट किया गया है।' न्याय विभाग की तरफ कहा गया है कि वह फ्लाइट पकड़कर चीन भागने की फिराक में थे, तभी उन्हें अरेस्ट किया गया है। अमेरिकी अटॉर्नी थॉमस टी कुलेन और डेविड डब्लू आर्चे की तरफ से उनकी गिरफ्तारी की ऐलान किया गया है।
भागने की फिराक में थे रिसर्चर
जांच एजेंसी एफबीआई की रिचमंड डिविजन के स्पेशल एजेंट इन चार्ज की तरफ से गिरफ्तारी की पुष्टि की गई है। अमेरिका और चीन के बीच पिछले कई दिनों से काफी तनाव बना हुआ है। जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक कोर्ट के डॉक्यूमेंट्स के अनुसार जांचकर्ताओं को 25 अगस्त 2020 को हू के बारे में जानकारी मिली थी। वह इस समय वर्जिनिया यूनिवर्सिटी में बायो-मिमिक्स और फ्लूइड डायनामिक्स पर रिसर्च कर रहे हैं। वह शिकागो से फ्लाइट पकड़ने की तैयारी में थे। हाल ही में अमेरिका ने ह्यूस्टन स्थित चीन को कॉन्सुलेट जनरल को बंद करने का आदेश दिया था। अमेरिका ने इस दूतावास के कर्मियों पर जासूसी के आरोप लगाए थे। इसके बाद चीन ने भी चेंगदू में स्थित अमेरिकी दूतावास को बंद कर दिया था।