चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने दी हांगकांग पर धमकी, चीन को तोड़ने का सपना देखा तो हड्डियों का चूरा बना देंगे
बीजिंग। कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के समर्थन की बात करने वाले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हॉन्गकॉन्ग में जारी विरोध प्रदर्शन पर दुनिया को धमकी दी है। चीनी राष्ट्रपति ने कहा है कि जो लोग चीन के टुकड़े-टुकड़े करने के सपने देख रहे हैं,उन्हें कुचल दिया जाएगा और उनकी हड्डियों का चूरा बना दिया जाएगा। रविवार को हॉन्गकॉन्ग में जो विरोध प्रदर्शन हो रहे थे वह पूरी तरह से शांतिपूर्ण थे। मगर कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसा की खबरें आई थीं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट स्टेशन और दुकानें जो चीनी के समर्थन से चल रही थीं, उन्हें खासा नुकसान पहुंचाया गया।
नेपाल दौरे पर आई धमकी
जिनपिंग की यह टिप्पणी उस समय टीवी पर टेलीकास्ट हुआ जब वह रविवार को नेपाल के राजकीय दौर पर थे। बीबीसी की रिपोर्ट ने चीन ने सरकारी सीसीटीवी न्यूज चैनल के हवाले से इस बात की जानकारी दी है। जिनपिंग जिस समय यह धमकी दे रहे थे हॉन्गकॉन्ग में विरोध प्रदर्शन के चलते 27 मेट्रो स्टेशन पूरी तरह से बंद थे । यहां पर चीन के खिलाफ बड़े पैमाने पर रैलियां निकालकर प्रदर्शन किए जा रहे थे। हॉन्गकॉन्ग में जून माह से ही चीन के खिलाफ प्रदर्शन सिलसिला जारी है। यहां पर एक बिल लाया गया था जिसमें चीन को प्रत्यर्पण का प्रस्ताव दिया गया था। कहा जा रहा है कि इस बिल की वजह से हॉन्गकॉन्ग की न्यायिक व्यवस्था की आजादी खतरे में आ जाएगी। बिल को तो वापस ले लिया गया लेकिन इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों ने अपनी मांगों को और बढ़ा दिया। उनका कहना है कि हॉन्गकॉन्ग को संपूर्ण लोकतांत्रिक देश का दर्जा मिले और पुलिस की निर्ममता पर एक इन्क्वॉयरी मिशन बनाया जाए।
चीन में बेकाबू हुए प्रदर्शनकारी
हॉन्गकॉन्ग में रविवार को कई जगहों पर रैलियों का आयोजन हुआ और इसकी वजह से एमटीआर पर मौजूद 27 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया था। पुलिस का कहना था कि उन्होंने कम से कम बल का प्रयोग किया लेकिन टेलीविजन पर जो फुटेज आ रही थीं उनमें साफ नजर आ रहा था कि कैसे दुकानदारों को स्थिति की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा था। एक शॉपिंग सेंटर पर ऑफिसर्स को रवाना किया गया क्योंकि यहां हिंसा की वजह से कुछ लोग घायल हो गए थे। दंगा पुलिस को मॉल में भेजा गया था और यहां दुकानदार प्रदर्शनकारियों के पक्ष में आवाजें उठा रहे थे। मॉन्ग कोक पुलिस स्टेशन पर पेट्रोल बम से हमले तक हुए और एक ऑफिसर के गले पर पेट्रोल बम लगने की खबर भी है। इससे पहले शहर की सरकार की ओर से ब्रिटिश काल का एक आपातकाल कानून लाया गया था जिसमें सार्वजनिक रैलियों में मास्क को बैन किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने इसे भी मानने से इनकार कर दिया। जब से प्रदर्शन शुरू हुए हैं तब से 2,300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।