WHO में चीनी साजिश: गलत नक्शा दिखाने पर भारत ने दी WHO को चेतावनी, फौरन गलती सुधारे WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अपने वेबसाइट पर बार बार भारत का गलत नक्शा दिखा रहा है, जिसे लेकर भारत सरकार ने WHO में कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। बावजूद इसके WHO अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है
नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अपने वेबसाइट पर बार बार भारत का गलत नक्शा दिखा रहा है, जिसे लेकर भारत सरकार ने WHO में कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। बावजूद इसके WHO अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। UN में भारतीय प्रतिनिधि मनी पांडेय (MANI PANDEY) ने पिछले एक महीने में तीसरी बार कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है, लेकिन, WHO ने अभी तक अपने वेबसाइट पर भारत का सही नक्शा नहीं दिखाया है।
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J&K और लद्दाख को भारत से दिखाया अलग
दरअसल, WHO ने कोरोना की स्थिति दिखाने के लिए विश्व का एक नक्शा प्रकाशित किया है। WHO के इस नक्शे में भारतीय नक्शे को गलत दिखाया गया है। भारत के नक्शे में जम्मू एंड कश्मीर और लद्दाख को भारत से अलग दिखाया गया है। वहीं, शक्सगाम घाटी को भी भारत से अलग चीन का हिस्सा दिखाया जा रहा है। भारत सरकार ने गलत मानचित्र पेश करने पर WHO के चीफ टेड्रोस एडहानॉम को कड़े शब्दों में एक महीने में तीसरी बार चिट्ठी लिखी है। WHO में भारत की स्थायी प्रतिनिधि मनी पांडेय ने 8 जनवरी को लिखी अपनी तीसरी चिट्ठी में कहा है,
''WHO ने अपने कई वेबसाइट और वीडियो में भारत के गलत नक्शे को बार बार प्रस्तुत किया है, जिसे लेकर हमारे मन में भारी निराशा है। गलत नक्शा प्रस्तुत करने को लेकर भारत WHO को पिछले एक महीने में दो चिट्ठियां लिख चुका है, और भारत एक बार फिर से WHO के सामने गलत नक्शा दिखाने का मामला उठा रहा है। भारत सरकार WHO द्वारा दिखाए जा रहे भारत के गलत नक्शे को फौरन सही नक्शे से बदलने की मांग करती है''
गलत नक्शे के पीछे चीनी साजिश ?
कोरोना काल में WHO ने किस तरह से चीन की गलतियों पर पर्दा डाला है, ये बात किसी से छिपी नहीं है, और आशंका जताई जा रही है, कि गलत नक्शा दिखाने के पीछे चीनी साजिश हो सकती है। WHO ने कोरोना के जन्मस्थान चीन के वुहान शहर में जाकर अब तक जांच नहीं की है, लेकिन, वो शुरू से ही चीन को क्लिन चिट देता रहा है। वहीं, WHO पर ये भी आरोप है, कि अगर वक्त रहते वो दुनिया को कोरोना वायरस की सही जानकारी देता, तो आज पूरी दुनिया में कोरोना ऐसा कहर नहीं बरपा रहा होता।
WHO के गलत नक्शे में क्या है?
WHO द्वारा जारी किए गये भारत के नक्शे में कई बड़ी गलतियां की गई हैं। WHO के नक्शे में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को भारत से अलग दिखाया गया है। वहीं, 5 हजार 168 वर्ग किलोमीटर में फैली शक्सगाम घाटी को को भारत से अलग दिखाया गया है। शक्सगाम घाटी को पाकिस्तान ने अवैध तरीसे से हड़प लिया था, और उसे 1963 में चीन को सौंप दिया था। वहीं, अक्साई चिन को भी WHO ने अपने नक्शे में चीन का हिस्सा दिखाया है, जबकि ये बात जगजाहिर है, कि 1954 में चीन ने अक्साई चिन पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया था।
गलत नक्शा दिखाने पर हो सकती है जेल
भारत का गलत नक्शा दिखाना कानूनन अपराध है, और भारतीय कानून के तहत गलत नक्शा दिखाने पर 6 महीने की जेल की सजा हो सकती है। 2016 में भारत सरकार ने गलत नक्शा दिखाने पर 7 साल जेल और 100 करोड़ जुर्माने की सजा का प्रावदान किया था, हालांकि वो कानून नहीं बन सका।
WHO और चीन का भाईचारा
WHO शुरू से ही चीन के प्रभाव में रहा है। और आशंका इस बात की भी है, कि चीन WHO को फंडिंग दे रहा है। कोरोना वायरस की उत्पति को लेकर अमेरिकी दवाब के बाद WHO ने जांच के लिए 10 सदस्यीय टीम का गठन पिछले साल मई में ही किया था, लेकिन अभी तक वो टीम चीन नहीं गई थी। 7 महीने बाद जांच करने के लिए WHO की 10 सदस्यीय टीम गुरूवार को चीन पहुंचने वाली है। WHO की ये टीम चीन के वुहान में 2 हफ्ते में रहकर कोरोना की उत्पति और फैलने को लेकर जांच करेगी। लेकिन, आशंका यही है, कि जिस WHO ने 7 महीने तक जांच टीम को चीन भेजने की जहमत नहीं उठाई, वो WHO भला सही और निष्पक्ष जांच कैसे कर सकता है। और भारतीय अधिकारियों भी यही मान रहे हैं, कि WHO चीन के दवाब में आकर भारत का गलत नक्शा दिखा रहा है।