China:'उइगर' को लेकर शी जिनपिंग का दावा, वो खुश हैं और 'सबक' सिखाते रहेंगे
नई दिल्ली- चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बिना नाम लिए उइगर मुसलमानों की स्थिति पर अजीबो-गरीब दावा किया है। उनके मुताबिक चीन के शिंजियांग प्रांत के पश्चिमी इलाके में रहने वाले सभी जातीय समूहों का लगातार विकास चल रहा है और चीन की सरकार वहां के निवासियों को अपने देश को लेकर 'सही' शिक्षा देती रहेगी। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने देर से यह रिपोर्ट जारी की है। गौरतलब है कि जिनपिंग ने जिस इलाके और जिन लोगों की ओर इशारा करके बात की है, वह उइगर मुसलमानों का इलाका है, जहां 10 लाख से लेकर 80 लाख तक उइगर मुसलमानों को शिक्षित और सभ्य बनाने के नाम पर डिटेंशन कैंपों में भेड़-बकरियों की तरह रखने की सैकड़ों रिपोर्ट आ चुकी हैं।
'उइगर' को लेकर शी जिनपिंग का बड़ा दावा
हाल के दिनों उइगर मुसलमानों के साथ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की सरकार की ओर से होने वाले बर्ताव और शिंजियांग प्रांत में उनके साथ बर्बर बर्ताव को लेकर दुनिया भर की नजरें लगी हुई हैं और उसकी छानबीन हो रही है। संयुक्त राष्ट्र के पास जो सबसे भरोसेमंद रिपोर्ट है उसके मुताबिक भी वहां कम से कम 10 लाख मुसलमानों को जबरन काम करवाने के लिए कैंपों में कैद करके रखा गया है। चीन लगातार उइगर मुसलमानों की प्रताड़ना से इनकार करता रहा है। उसकी दलील यही रही है कि शिंजियांग में चीन विरोधी ताकतें सिर उठाने की कोशिशें करती हैं और उन्हें उग्रवाद की ओर जाने से रोकने के लिए उनको वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए ट्रेनिंग सेंटर में रखा जाता है। लेकिन, अब चीन के राष्ट्रपति ने उन कैंपों में उनके खुश होने और आगे भी शिक्षा देते रहने की बात कहकर सनसनी मचा दी है। जबकि, शिक्षा के नाम पर ऐसे कैंपों से सिर्फ प्रताड़ना की ही खबरें आती हैं।
उइगरों को 'सबक' सिखाते रहने का संकेत
चीन के शंघाई में शिंजियांग को लेकर सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की एक कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है। शुक्रवार और शनिवार को चले इस कॉन्फ्रेंस में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि, '(शिंजियांग में रहने वाले) जातीय समूह के लोगों में लाभ, खुशी और सुरक्षा की भावना लगातार बढ़ती जा रही है।' उनका कहना है कि शिंजियांग की आबादी को चीनी राष्ट्र को लेकर आवश्यक तौर पर शिक्षित करने और 'सभी जातीय समूहों में देश के इतिहास और राष्ट्रीयता को सही दृष्टिकोण के साथ स्थापित करने के लिए' गाइड करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 'प्रक्रिया से पता चलता है कि शिंजियांग में शासन के लिए पार्टी की ओर से अपनाई गई नए जमाने की रणनीति पूरी तरह से सही है।' और यह लंबे समय का दृष्टिकोण होना चाहिए।
अमेरिका ने चीनी अधिकारियों पर लगाई है पाबंदी
जुलाई में अमेरिका ने ग्लोबल मैगनिटस्की ऐक्ट के तहत उइगर मुसलमानों से साथ मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं के खिलाफ चीन के अधिकारियों पर पाबंदी लगा दी थी। इस कानून के तहत अमेरिकी सरकार को मानवाधिकार का उल्लंघन करने वालों पर अमेरिका में संपत्ति फ्रीज करने, अमेरिका में प्रवेश रोकने और उनके साथ अमेरिकियों के कारोबार करने पर बैन लगाने का अधिकार है।
उइगरों के 'जनसांख्यिकीय नरसंहार' के लगते हैं आरोप
गौरतलब है कि हाल में चीन सरकार ने भी माना था कि सिर्फ एक साल में ही शिंजियांग इलाके में जन्मदर में 50 फीसदी की रफ्तार से गिरावट दर्ज की गई है। इसके मुताबिक शिंजियांग में 2018 में नवजातों की संख्या में 1,20,000 की गिरावट दर्ज की गई, जबकि 2017 में यह संख्या सिर्फ 80,000 थी। इन्हीं वजहों से चीन पर मुसलमानों के 'जनसांख्यिकीय नरसंहार' (demographic genocide) के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि, चीन का दावा है कि जन्मदर में आई गिरावट जबर्दस्ती नहीं, बल्कि लोगों की स्वेच्छा का परिणाम है।