भारत के भारी विरोध के बाद भी चीन POK पर बनाएगा बांध, दी ये दलील
नई दिल्ली। भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान एक बार फिर बड़ी साजिश रच रहा है। हाल ही में चीन ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में गिलगित-बाल्टिस्तान में एक बांध बनाने के लिए मेगा-कॉन्ट्रैक्ट अनुबंध पर हस्ताक्षर किया है। अब भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। भारत के कड़े विरोध को देखने के एक दिन बाद चीन ने बांध बनाने के अपने फैसले का बचाव किया है। चीनी अधिकारी ने कहा यह पाकिस्तान के साथ पारस्परिक रूप से लाभप्रद और बराबरी पर आधारित सहयोग है।
पीओके पर बांध बनाएगा चीन
गौरतलब है कि चीन ने भारत के कड़े विरोध के बावजूद पीओके में पाकिस्तान सरकार के साथ मिलकर गिलगित-बाल्तिस्तान में दिआमेर-ब्हाशा बांध बनाने की तैयारी कर रहा है। इस अनुबंध पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियांग ने अपनी सरकारी कंपनी का बचाव करते हुए कहा, इस बांध को स्थानीय आबादी की भलाई के लिये बनाया जा रहा है। बता दें कि बुधवार को चीन की सरकारी कंपनी चाइना पावर और पाकिस्तानी सेना की बांध निर्माण से संबंधित कंपनी फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गनाईजेशन (एफडबल्यूओ) के बीच 5.8 अरब अमेरिकी डॉलर के संयुक्त करार पर हस्ताक्षर हुआ था।
चीन ने दी ये दलील
भारत ने इस करार का विरोध किया है, गुरुवार को भारत सरकार ने कहा पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाली जमीन पर ऐसी परियोजनाओं को शुरू किया जाना ठीक नहीं है। इस पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियांग ने कहा, कश्मीर मुद्दे पर चीन का रुख दृढ़ है। इस परियोजना के माध्यम से चीन और पाकिस्तान आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों के जीवन से बेहतर बनाने में आर्थिक सहयोग भी मिलेगा। यह पारस्परिक रूप से लाभप्रद और बराबरी पर आधारित सहयोग है।
पीओके अभिन्न और अविभाज्य अंग: भारत
बता दें कि बांध बनाने के अलावा दोनों देश मिलकर 60 अरब डॉलर के आर्थिक गलियारे का भी निर्माण कर रहे हैं। पीओके से होकर जाने वाले इस रास्ते को लेकर भी भारत कड़ी आपत्ति जता चुका है। भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा था, 'हमारा रुख अटल और स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के सभी क्षेत्र भारत के अभिन्न और अविभाज्य अंग रहे हैं और रहेंगे। हम पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र में किसी भी परियोजना का कड़ा विरोध करते हैं।
यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस: सामने आया चीन को बैन करने वाला अमेरिकी प्लान, 18 प्वाइंट्स वाले प्लान में भारत का जिक्र