योग और बॉलीवुड की 'सॉफ्ट पावर' से डरा चीन, भारत से सीखने की सलाह
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स के लेख में लिखा गया है कि चीन को भारत से सीखना चाहिए। भारत अपने सॉफ्ट पॉवर को दुनिया में ज्यादा तेजी से बढ़ा रहा है जबकि चीन सरकार की ओर दुनिया में चलाए जा रहे कार्यक्रम उतना ज्यादा स्वीकार नहीं किए जा रहे
नई दिल्ली। हमेशा भारत के विरोध में खबर लिखने वाले चीनी मीडिया के रुख में बदलाव आया है। चीन की सरकारी मीडिया ने भारत की तारीफ की है। चीनी मीडिया ने लिखा है कि भारत कुछ मामलों में चीन से बेहतर काम कर रहा है। चीन का यह इशारा भारत के सॉफ्ट पॉवर या कहें तो सांस्कृतिक निर्यात पर है। चीनी मीडिया ने लिखा है कि यह सही है कि भारत मिलिट्री और अर्थव्यवस्था में चीन की बराबरी में नहीं है लेकिन योगा के माध्यम से भारत दुनिया में अपनी संस्कृति फैला रहा है। इतना ही नहीं भारत की संस्कृति को बाहर विस्तार देने में हिंन्दी फिल्म इंडस्ट्री खासा योगदान दे रही हैं। चीन में तो हिंन्दी फिल्मों की मांग बढ़ती जा रही है।
'चीन को भारत से सीखना चाहिए'
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स के लेख में लिखा गया है कि चीन को भारत से सीखना चाहिए। भारत अपने सॉफ्ट पॉवर को दुनिया में ज्यादा तेजी से बढ़ा रहा है जबकि चीन सरकार की ओर दुनिया में चलाए जा रहे कार्यक्रम उतना ज्यादा स्वीकार नहीं किए जा रहे। ये बातें शंघाई इंस्टीट्यूट्स फॉर इंटरनेशनल स्टडीज के डायरेक्टर झाओ गनचेंग ने ग्लोबल टाइम्स से कही हैं। झाओ ने चीनी मीडिया को बताया है कि भारत जिस तरह से अपनी चीजों को दूसरों के सामने रख रहा है उससे लोग ज्यादा स्वीकार कर रहे हैं।
'योग और हिन्दी फिल्मों से भारतीय संस्कृति जिस तेजी से बढ़ रही है वह हैरान करने वाली है'
चीनी मीडिया के लेख में कहा गया है योग और हिन्दी फिल्मों से भारतीय संस्कृति जिस तेजी से बढ़ रही है वह हैरान करने वाली है। यहां तमाम शहरों में कुकुरमुत्तों की तरह योग सेंटर खुल चुके हैं और लोग योगा क्लासेस ज्वाइन करने लगे हैं। और तो और यहां के स्कूलों में भी योग शुरू हो गया है। पिछले दो सालों में ही योग चीन में काफी देजी से अपनी पैठ बना चुका है। उदाहरण के लिए बताया है कि उत्तरी पूर्वी चीन के शेनयांग में यहां के प्राइमरी स्कूली में सुबह के व्यायाम के रूप में योग किया जाता है। यह अब यहां का रूटीन बन गया है।
चीन में योग क्लब तेजी से बढ़ रहे हैं
एशिया पसिफ़िक सेंटर के निदेशक ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि चीन को भारत से सीखना चाहिए क्योंकि सॉफ्ट पावर को प्रदर्शित करने के भारत के तरीके चीन के कुछ सरकारी समर्थन कार्यक्रमों से अधिक स्वीकार्य हैं। पिछले दो सालों में चीन में योग का काफी विस्तार हुआ है। वहां योग काफी लोकप्रिय हो गया है। ग्लोबल टाइम्स में छपे लेख के मुताबिक, चीन में योग क्लब तेजी से बढ़ रहे हैं। योगा को लोग चीन में तेजी से अपना रहे हैं क्योंकि भारत इसे गैर धार्मिक गतिविधि के रूप में बढ़ावा दे रहा है।
कनाडा के डॉक्टर्स बोले- हमारी सैलरी मत बढ़ाओ, बहुत ज्यादा है