चीन ने भी ठुकराया ट्रंप का मध्यस्थता का प्रस्ताव, कहा-थर्ड पार्टी की जरूरत नहीं
बीजिंग। भारत के बाद अब चीन ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से दिया गया मध्यस्था प्रस्ताव ठुकरा दिया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की तरफ से कहा गया है कि थर्ड पार्टी को भारत और चीन के बीच मध्यस्थता करने की कोई जरूरत नहीं है। बुधवार को ट्रंप ने कहा था कि वह सीमा विवाद पर भारत और चीन के बीच मध्यस्थता और हस्तक्षेप करने के लिए तैयार हैं।
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बॉर्डर पर हालात स्थिर और नियंत्रण में
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा था कि बॉर्डर पर स्थिति नियंत्रित और स्थिर है। लिजियान ने कहा कि भारत और चीन की सीमा पर हालात साधारणतौर पर स्थिर और नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों का सीमा तंत्र दुरुस्त है। लिजियान ने दोनों देशों के बीच बातचीत के बारे में कहा कि सही माध्यम से बातचीत जारी है।बुधवार को भारत में चीन के राजदूत सुन वाइडोंग ने कहा था कि भारत और चीन एक-दूसरे के लिए अवसर की तरह हैं और खतरा नहीं है। वाइडोंग ने कहा था, 'ड्रैगन और हाथी दोनों एक साथ डांस कर सकते हैं।' वाइडोंग के मुताबिक मतभेदों का असर रिश्तों पर नहीं पड़ना चाहिए। आपसी बातचीत के जरिए मतभेद दूर करने की कोशिशें करनी चाहिए। वाइडोंग के मुताबिक भारत और चीन एक दूसरे के साथ मिलकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ रहे हैं। उनके पास रिश्तों को और मजबूत करने का अहम लक्ष्य है। युवाओं को दोनों देशों के संबंधों के बारे में समझना चाहिए
भारत ने भी कहा, बातचीत से सुलझाएंगे मसला
चीन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से भी पहली बार आधिकारिक टिप्पणी की गई है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि भारत और चीन सीमा पर हालात स्थिर और नियंत्रण में हैं। रक्षा मंत्रालय ने भी अप्रत्यक्ष तौर पर मध्यस्थता का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल रेन ग्युओकियांग से गुरुवार को सीमा पर जारी तनाव को लेकर सवाल पूछा गया था। उन्होंने भी चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से आए बयान की तरह ही टिप्प्णी की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को इस स्थिति को स्थापित संपर्क तंत्र के जरिए सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'वर्तमान समय में भारत-चीन सीमा पर हालात स्थिर हैं और पूरी तरह से नियंत्रण में हैं।' भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से ट्रंप की ओर से आए मध्यस्थता की पेशकश को भी खारिज कर दिया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि चीन के साथ भारत लगातार संपर्क में है और स्थापित तंत्रों और राजनयिकों के जरिए बातचीत जारी है। आपको बता दें कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर इस समय तनाव की स्थिति बनी हुई है।