UK ने की हांगकांग के लोगों को नागरिकता की पेशकश तो चीन ने धमकाया
बीजिंग। चीन ने यूनाइटेड किंगडम (यूके) को धमकाया है कि अगर उसने हांगकांग के लिए पासपोर्ट नियमों में ढील दी तो फिर उसे बुरे परीणाम भगुतने पड़ सकते हैं। चीन की पीपुल्स कांग्रेस में गुरुवार को हांगकांग के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को पास कर दिया गया है। इसके बाद यूके के विदेश मंत्री की तरफ से कहा गया कि वह हांगकांग के नागरिकों को ब्रिटिश सिटीजनशिप हासिल करने का रास्ता खोल सकता है अगर चीन ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू किया।
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तीन लाख लोगों के पास BNO पासपोर्ट
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'चीन के पास इससे निबटने के लिए कदम उठाने का पूरा अधिकार है।' लिजियान ने यह बात उस समय कही जब उनसे ब्रिटिश विदेश मंत्री डॉमनिक रॉब की तरफ से आए बयान से जुड़ा सवाल पूछा गया था। हांगकांग में करीब तीन लाख लोग ऐसे हैं जिनके पास इस बीच ब्रिटेन ने हांगकांग के ऐसे नागरिकों को नागरिकता की पेशकश की है जिनके पास ब्रिटिश नेशनल ओवरसीज यानी बीएनओ पासपोर्ट हैं। इस प्रकार के पासपोर्ट धारक बिना वीजा के छह माह तक यूके जाने की सुविधा है। बीएनओ पासपोर्ट सुविधा की शुरुआत सन् 1985 में हुई थी। राब का यह बयान तब आया है जब यूके, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा की तरफ से चीन के सुरक्षा कानून की आलोचना वाला एक साझा बयान जारी किया गया है। इन चार देशों का कहना है कि सुरक्षा कानून 'वन कंट्री, टू सिस्टम्स' को कमजोर करने वाला है, जिसके तहत ही ब्रिटेन ने सन् 1997 में हांगकांग को चीनी शासन के हाथों सौंपा था। चीन का कहना है कि यह नया बिल हांगकांग शहर में अपगमनए विध्वंस और आतंकवाद के अलावा विदेशी हस्तक्षेप को नियंत्रित करेगा।