भारत से तनाव के बीच चीन ने नेपाल से किए तीन करार
भारत और चीन के बीच विवाद के बीच नेपाल से चीन ने किया अहम करार, कई क्षेत्रों में आपसी सहयोग का चीन ने किया ऐलान
नई दिल्ली। पिछले तकरीबन तीन महीने से भारत और चीन के बीच डोकलाम मुद्दे पर विवाद चल रहा है, दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे के आमने-सामने हैं, लेकिन इन सबके बीच नेपाल से चीन ने तीन बड़े करार किए हैं। चीन ने नेपाल के साथ पॉवर और ऊर्जा सेक्टर में तीन अहम करार किए हैं। इसके साथ ही हिमालयी देशों में प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम पदार्थों की तलाश के लिए स्टडी पर भी करार हुआ है।
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कई क्षेत्रों में हुआ समझौता
यह अहम समझौता चीन के वाइस प्रीमियर वैंग यैंग और नेपात के उप प्रधानमंत्री बिजय कुमार और कृष्ण बहादुर के साथ मुलाकात के बाद हुआ है। इस करार में तीन अहम क्षेत्र शामिल हैं जिसमें आर्थिक, तकनीकी सहयोग, चाइना एड ऑयल एंड गैस रिसोर्सेज सर्वे प्रोजेक्ट है। इसके अलावा निवेश को बढ़ावा देने, आर्थिक सहयोग का भी करार दोनों देशों के बीच हुआ है। इस करार में पर्वतीय क्षेत्रों में प्राकृतिक गैस की तलाश के लिए खुदाई और तराई इलाकों में पेट्रोलियम पदार्थ की तलाश भी अहम है।
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अहम मुद्दों पर बनी सहमति
दोनों ही देश इस बात के लिए राजी हुए हैं कि नेपाल में हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट, ट्रांसमिशन लाइन, आर्थिक और तकनीकी विकास के लिए कदम उठाए जाएंगे। नेपाल में बिजली की काफी तंगी है, लिहाजा यह करार नेपाल के लिए काफी अहम है। नेपाल के वित्त सचिव शांता राज सुबेदी ने बताया कि इस करार के बाद नेपात में सामाजिक और आर्थिक बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि चीन की ओर से काफी बड़ा सहयोग है, नेपाल ने अपील की थी कि जल्द से जल्द 114 किलोमीटर अरानिको हाइवे को खोला जाए जोकि दोनो देशों को जोड़ता है। नेपाल की इस अपील पर चीन ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। यही नहीं चीन इस हाईवे को फिर से ठीक भी कराएगा, जोकि बाढ़ और स्खलन के बाद काफी खराब हो गया है।
एक मिलियन यूएस डॉलर की मदद
चीन के प्रीमियर ने नेपाल को एक मिलियन यूएस डॉलर की मदद देने का ऐलान किया था, यह ऐलान नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से तकरीबन 100 से अधिक लोगों के मरने के बाद किया गया था। दोनों देशों की ओर से इस अहम बैठक में चीन की ओर से यैंग ने अगुवाई की तो नेपाल की ओर से उपप्रधानमंत्री कृष्ण बहादुर महारा ने कमान संभाली थी। यैंग पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस में हिस्सा लेने के बाद काठमांडू पहुंचे हैं। वह पाकिस्तान में मुख्य अतिथि के तौर पर गए थे।