महामारी में भी चीन के अच्छे दिन: 2020 में एक्सपोर्ट 3.6% बढ़ा, अमेरिकी धमकियों का असर नहीं- ग्लोबल टाइम्स
चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है, कि महामारी के साल में भी चीन के निर्यात(EXPORT) में 3.6% का इजाफा दर्ज किया गया है
बीजिंग: एक तरफ जहां 2020 में कोरोना वायरस(corona virus) की वजह से विश्व की हर बड़ी अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त पड़ी रही, लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण रोकने, लोगों की जिंदगी बचाने के लिए विश्व की अलग अलग सरकारों ने अपनी GDP गिरने की भी परवाह नहीं की, वहीं चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है, कि महामारी के साल में भी चीन के निर्यात(EXPORT) में 3.6% का इजाफा दर्ज किया गया है।
'अमेरिकी धमकियों का असर नहीं'
ग्लोबल टाइम्स ने अपने रिपोर्ट में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया पर तंज कसते हुए लिखा है, कि चायना का एक्सपोर्ट सिस्टम पूरी रफ्तार के साथ दुनिया में हर देश को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है। कोरोना वायरस की वजह से चीनी अर्थव्यवस्था को जो नुकसान पहुंचा था, उसकी भरपाई करने में चीन सक्षम रहा है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, कि चीनी एक्सपोर्ट अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की धमकियों के बाद भी आगे बढ़ा है। चीन का दावा है, कि 2020 में साल के शुरूआत में एक्सपोर्ट बढ़ने की जो उम्मीद लगाई गई थी, उस अनुमान से भी ज्यादा ग्रोथ दर्ज किया गया है।
एक्सपोर्ट बढ़ा, इंपोर्ट घटा
चीन का दावा है, कि 2019 दिसंबर के मुकाबले 2020 दिसंबर में देश का एक्सपोर्ट ग्रोथ 18.1 प्रतिशत बढ़ा जो 281.93 बीलियन अमेरिकन डॉलर है। और ओवरऑल ग्रोथ में 3.6 प्रतिशत का इजाफा होते हुए देश का कुल एक्सपोर्ट 2.59 ट्रीलियन डॉलर पर पहुंच गया है। वहीं, चीन का दावा है, देश का आयात दिसंबर 2020 में बढ़कर 6.5 प्रतिशत पर पहुंचा जो 203.75 बीलियन डॉलर है, लेकिन पूरे साल के आयात को जोड़ने पर इसमें एक 1.1% की कमी आई है जो कुल 2.06 ट्रीलियन डॉलर है।
चीन के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम्स Li Kuiwen ने कहा कि, 2020 में चीन विश्व की पहली वो अर्थव्यवस्था बन गया है, जिसने पॉजिटिव कॉमोडिटी ट्रेड ग्रोथ हासिल किया है। उन्होंने कहा कि, एक्सपोर्ट में वृद्धि के जो आंकड़े आए हैं, वो निश्चित तौर पर आशाजनक हैं, क्योंकि 2020 कोरोना वायरस की वजह से बेहद खराब गया है।
कोरोना पर सख्त कदम, इसीलिए सफलता
चायना डिजिटल इकोनॉमी इंस्टीट्यूट के सीनियर रिसर्चर Hu Qim के मुताबिक, ''व्यापार में वृद्धि की वजह चीन में कोरोना महामारी की प्रभावी रोकथाम और नियंत्रण है। जब दुनिया का मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर कोरोना की वजह से पूरी तरह ठप हो गया था, तब भी कोरोना के खिलाफ कड़े कदम उठाने की वजह से चीन का मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर अपने पैरों पर खड़ा रहा। जिसने तीसरी तिमाही के बाद चीन को व्यापार में वापसी करने में कामयाबी दिलाई है''
दुनिया में लॉकडॉउन का उठाया फायदा
चीनी बिजनेस एक्सपर्ट्स का कहना है, कि चीन की अर्थव्यवस्था दुनिया के बाकी देशों की तुलना में जल्द खुली है। जिससे चीन के एक्सपोर्टर्स को काफी फायदा हुआ है। जब विश्व के दूसरे देश लॉकडाउन से गुजर रहे थे, तब चीन काफी तेजी से उत्पादन कर रहा था। चीन ने मास्क और चिकित्सा से जुड़े दूसरे उपकरणों का तेजी से उत्पादन किया, जिससे दुनिया के बाजार में उसे पैर पसारने में काफी मदद मिली।
चीन के दावे में कितना दम ?
एक तरह जहां विश्व की अर्थव्यवस्था औंधे मुंह गिरी है, उस वक्त चीन के इस दावे पर यकीन करना मुश्किल होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि, विश्व के तमाम देशों में अलग अलग वक्त पर लॉकडाउन लगा रहा, साथ ही विश्व में करोड़ों लोगों ने लॉकडाउन की वजह से अपनी नौकरी गंवा दी। जाहिर है, लोगों की नौकरी जाने लोगों की खरीदने की शक्ति में कमी आई, जिसकी वजह से अमेरिका, भारत, ब्रिटेन समेत करीब करीब सभी देशों की जीडीपी में भारी कमी आई है। साथ ही चीन की कम्युनिस्ट सरकार पर सही आंकड़ा देने का भरोसा किसी भी हाल में नहीं किया जा सकता है। क्योंकि, चीन ने पिछले साल अप्रैल में ही कोरोना से जंग जीता हुआ बता दिया था, लेकिन, आज भी हालात ये हैं, कि चीन के अलग अलग शहरों में लॉकडाउन लगाए जा रहे हैं, ऐसे में चीनी दावे में कितना दम है, इसपर पुख्ता कुछ नहीं कहा जा सकता है।
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