कोरोना महामारी से तेजी से उबर रही चीन की अर्थव्यवस्था, तीसरी तिमाही में GDP हुई 4.9%
नई दिल्ली- कोरोना वायरस की वजह से पिछड़ी हुई चीन की अर्थव्यवस्था अब उससे तेजी से उबरती हुई दिखाई दे रही है। सोमवार को चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक तीसरी तिमाही में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पिछले साल के मुकाबले 4.9% के दर विकसित हुई है। तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था में आई तेजी के चलते इस साल तीनों तिमाही को मिलाकर चीन की अर्थव्यवस्था पिछले साल के मुकाबले 0.7% के दर से आगे बढ़ी है। हालांकि, तीसरी तिमाही के लिए चीन के अर्थशास्त्रियों ने 5.2% जीडीपी के विकास का अनुमान लगाया था।
चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'कुल मिलाकर राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था लगातार रिकवर कर रही है और महामारी की रोकथाम और विकास को लेकर समन्वित प्रयासों के महत्वपूर्ण परिणाम देखने को मिल रहे हैं।.....हालांकि, हमें यह पता होना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय माहौल अभी भी उलझा हुआ और गंभीर है।' इसमें दुनिया भर में कोरोना को लेकर जारी अस्थिरता और उसके चीन में फिर से फैलने को लेकर बने दबाव का हवाला देकर कहा गया है कि 'अर्थव्यवस्था अभी भी रिकवरी की प्रक्रिया में है और यह स्थिति बरकरार रखने के लिए मबजबूत आधार की आवश्यकता है।'
हालांकि, चीन में खुदरा कारोबार की स्थिति को लेकर अभी भी दबाव की बात स्वीकार की गई है। सितंबर में खुदरा बिक्री में 3.3% का इजाफा हुआ है, जो तीसरी तिमाही के लिए 0.9% है। साल के पहले 9 महीने में खुदरा बिक्री 7.2% रही। तीनों तिमाही में ऑनलाइन बिक्री में एक साल पहले के मुकाबले 15.3% का इजाफा हुआ है और चीन की कुल खुदरा बिक्री 24.3% दर्ज की गई है। चीन के एक इकोनॉमी एक्सपर्ट ब्रुस पैंग ने कहा है कि 'चीन ने अर्थव्यवस्था में जितनी तेजी के साथ गतिशीलता लाई है, यह ग्लोबल रिकवरी की दिशा में पहला कदम है।'
चीन में पिछले कुछ वर्षों से सर्विस सेक्टर का विकास सबसे तेजी से हो रहा था। लेकिन, 2020 में यह पिछड़ता नजर आ रहा है और पहली तीन तिमाही में यह सिर्फ 0.4% की रफ्तार से आगे बढ़ा है। वहीं औद्योगिक उत्पादन एक साल पहले के मुकाबले सितंबर में 6.9% बढ़ा है, जिससे साल के पहले 9 महीने में कुल 1.2% का विकास दर्ज किया गया है। मैक्युरी के चीफ चाइना इकोनोमिस्ट लैरी हु के मुताबिक, 'आगे की रिकवरी काफी हद तक खपत बढ़ने पर निर्भर करेगी।'
चीन में शहरी बेरोजगारी की दर में सरकारी सर्वे के मुताबिक सितंबर में 5.4% की कमी आई है। हालांकि, यह सरकारी आंकड़ा है, इसलिए इसकी सच्चाई बहुत ही ज्यादा संदिग्ध है। चीन में इस साल फरवरी में जब चीन में कोरोना का कहर चरम पर था तब यह दर रिकॉर्ड 6.2% दर्ज किया गया था।
हालांकि, लैरी ने उम्मीद जताई है कि आने वाले महीनों में घरेलू मांग में इजाफा देखने को मिलेगा, जिसके काफी असरदार परिणाम देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने चौथी तिमाही के लिए चीन की जीडीपी का विकास दर 5.5% रहने का अनुमान लगाया है। जबकि, अगले साल की पहली तिमाही में उनका अनुमान 15% की रफ्तार से जीडीपी के विकास का है। वहीं उन्होंने 2020 का वार्षिक विकास दर 2% और 2021 में 8.5% रहने का है।
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि साल की पहली तिमाही में जब कोरोना वायरस के चलते चीन का आधा हिस्सा अस्थाई तौर पर बंद हो गया था तो जीडीपी सिमट कर 6.8% रह गई थी। दूसरी तिमाही में यह 3.2% के दर से बढ़ी। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का भी अनुमान है कि चीन ही दुनिया की एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसका विकास दर इस साल 1.9% रहने का अनुमान है।