बड़े उलट-फेर से घबराया चीन, अपने 'दुश्मन' अमेरिका से खरीदा रिकॉर्डतोड़ भुट्टा
बीजिंग। अमेरिका और चीन के बीच इस समय तनाव जारी है और दोनों के बाद आने वाले दिनों ट्रेड डील पर भी संकट मंडराने लगा है। लेकिन इस पूरे तनाव के बीच भी एक ऐसी चीज है जिसकी खरीददारी में चीन ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। चीन ने अपने दुश्मन अमेरिका से साल 2020-2021 के लिए भुट्टे की खरीद में नया रिकॉर्ड कायम किया है। चीन ने अमेरिका से 1.762 मिलियन टन भुट्टा खरीदा है। चीन का मार्केटिंग वर्ष जो सितंबर में शुरू होगा, उससे पहले ही यह डिलीवरी पूरी हो चुकी है।
यह भी पढ़ें-ट्रंप बोले, कोरोना टेस्टिंग में US नंबर 1, भारत नंबर 2
1.762 लाख टन भुट्टे की डिलीवरी
कोरोना वायरस महामारी की वजह से अपने नागरिकों को खाद्यान्न सुरक्षा देने के मकसद से चीन ने अमेरिका से भारी मात्रा में सोयाबीन भी खरीद डाली है। इसके अलावा कुछ और कृषि उत्पाद हैं जिनकी डील अमेरिका से हुई है। अमेरिका और चीन के बीच कोरोना के अलावा, शिनजियांग प्रांत और हांगकांग में आए सुरक्षा कानून के बाद तनाव बना हुआ है। लेकिन अपने नागरिकों का खाद्यान्न सुरक्षा देने के इरादे से चीन ने तनाव को किनारे कर दिया है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की तरफ से बताया गया है कि मंगलवार को चीन ने 1.762 मिलियन टन की भुट्टे की खरीद अमेरिका से की है। अमेरिका के कृषि मंत्रालय की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है कि यह कॉर्न की अभी तक की सबसे बड़ी बिक्री है और सभी सामानों में चौथी सबसे बड़ी सेल है।
अमेरिका-चीन के तनाव से बाजार में घबराहट
चीन ने मार्च से खरीद शुरू की थी और जुलाई में भुट्टे की डिलीवरी पूरी हो गई है। इसके अलावा अगले दो वर्षों तक 4.19 मिलियन टन भुट्टा बीजिंग को निर्यात किया जाएगा। इसके अलावा अमेरिका से 1.17 मिलियन टन सोयाबीन भी खरीदी गई है। इतनी ही मात्रा में सोयाबीन जून माह में भी हुई थी। अंतरराष्ट्रीय अनाज परिषद के विशेषज्ञ एलेक्जेंडर करावाइत्से ने कहा है कि अमेरिका और चीन के बीच पहले दौर में तनाव काफी बढ़ गया है और बाजार में हर कोई डरा हुआ है कि अब क्या होगा। ऐसे में यह खरीद काफी चौंकाने वाली है। लेकिन यह बात ध्यान रखनी होगी अमेरिका में खेती की चुनौतियों की वजह से बाजार पर दबाव भी काफी बढ़ गया है।
राजनीतिक अस्थिरता की आशंका से घबराया चीन
विशेषज्ञों की मानें तो चीन फिलहाल अमेरिका से कुछ कृषि उत्पादों की खरीद जारी रखेगा इसमें भुट्टा भी शामिल है। चीन में भुट्टे का प्रयोग सबसे ज्यादा जानवरों के खाने के लिए होता है। पहले चरण की डील के बाद चीनी सरकार अमेरिका से कुछ मात्रा आयात भी करने वाली है। कुछ विशेषज्ञों की मानें तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक अनिश्चितता की वजह से भी चीन इतनी बड़ी मात्रा में भुट्टा खरीद रहा है। माना जा रहा है कि यह खरीद एक बड़ा रोल अदा करेगी। चीन ने इससे पहले अमेरिकी कॉर्न और सोयाबीन की खरीद पर टैरिफ लगा दिया था। यह कदम उस समय उठाया गया जब अमेरिका ने चीन में बने उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाया।
अब अक्टूबर में आएगी अगली खेप
अमेरिका से साल 2019 में चीन ने 4.79 मिलियन टन भुट्टा खरीदा था। यह अमेरिकी कॉर्न एक्सपोर्ट का बस 6.6 प्रतिशत ही था। जब से साल 2020 की शुरुआत हुई तब से ही कॉर्न, डालियन कमॉडिटी एक्सचेंज में जगह बनाए हुए था। सितंबर में जैसे ही कॉर्न डिलीवरी की खबर आई तब से ही एक्सचेंज में सात प्रतिशत का उछाल आ गया है। बीजिंग में कृषि से जुड़े आंकड़े देने वाली फर्म निक्सिन का कहना है कि अब चीन में भुट्टे की कीमतों में तेजी आने वाली है। अब अक्टूबर में ही अमेरिका से भुट्टे की अगली खेप आ पाएगी।