लीक दस्तावेजों ने खोली चीन की पोल, अल्पसंख्यकों के खिलाफ जिनफिंग ने दिए 'नो मर्सी' के आदेश
नई दिल्ली। चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुसलमान अल्पसंख्यकों को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। जिसके बाद चीन की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, राष्ट्रपति शी जिनफिंग ने अपने अधिकारियों को अलगाववाद और आतंकवाद के खिलाफ 'जरा भी दया ना' दिखाने का आदेश दिया है। मानवाधिकार समूहों और बाहरी विशेषज्ञों ने कहा कि सुदूर पश्चिमी क्षेत्र में फैले नजरबंदी शिविरों में 10 लाख से ज्यादा उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को रखा गया है।
अखबार ने अपनी रिपोर्ट्स में कहा कि इन दस्तावेजों में शी के कुछ, पूर्व के अप्रकाशित भाषणों के साथ ही उइगर आबादी पर निगरानी और नियंत्रण को लेकर दिए गए निर्देश व रिपोर्ट शामिल हैं। लीक दस्तावेजों से यह भी लगता है कि इस कार्रवाई को लेकर सत्ताधारी पार्टी के अंदर भी असंतोष की खबरें आ रही हैं। ये दस्तावेज चीनी राजनीतिक व्यवस्था से जुड़े एक अनाम शख्स ने लीक किए जिसने यह उम्मीद जताई कि यह खुलासा शी समेत नेतृत्व को बड़े पैमाने पर हिरासत के दोष से बचने से रोकेगा।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, दक्षिणपश्चिम चीन में अल्पसंख्यक उइगर उग्रवादियों द्वारा एक रेलवे स्टेशन पर 31 लोगों की हत्या करने के बाद अधिकारियों को 2014 में दिये गए भाषण में शी ने 'आतंकवाद, घुसपैठ और अलगाववाद' के खिलाफ पूर्ण संघर्ष का आह्वान करते हुए 'तानाशाही के अंगों' का इस्तेमाल करने और 'किभी भी तरह की दया नहीं' दिखाने को कहा था।
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