फ्रॉम मैड्रिड टू बीजिंग: चीन ने स्पेन तक शुरू की रेलवे लाइन
मैड्रिड। चीन दुनिया में कितना ताकतवर है, इसके बारे में किसी को भी कुछ बताने की जरूरत नहीं है। अपनी टेक्नोलॉजी, मैन्यूफैक्चरिंग पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में चीन ने एक नई मिसाल कायम की है। अब चीन ने रेल नेटवर्किंग के क्षेत्र में जो उदाहरण पेश किया है, वह भी दुनिया को इस क्षेत्र में कुछ नया करने के लिए मजबूर कर सकता है।
9 दिसंबर को हुआ था ट्रायल रन
चीन को सीधा स्पेन से जोड़ने वाली मालगाड़ी की शुरुआत कर दी गई है। नौ दिसंबर को इसका ट्रायल रन हुआ था और पिछले दिनों इसे आधिकारिक तौर पर शुरू कर दिया गया है।
करीब 13,000 किलोमीटर वाली यह ट्रेन स्पेन की राजधानी मैड्रिड और चीन के झीजांग प्रोविंस को आपस में जोड़ेगी।
इसके दुनिया का सबसे लंबा रूट होने का खिताब भी चीन के हिस्से में चला गया है। इससे पहले यह खिताब रूस की चीन के साथ लगी सीमा के पास मॉस्को से व्लादिवोस्तोक को आपस में जोड़ने वाला रेल नेटवर्क दुनिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क था।
लगेगा 21 दिन का समय
जो ट्रेन स्पेन और चीन के बीच चलेगी वह करीब 21 दिनों की दूरी तय करेगी। इस दौरान ट्रेन कजाकिस्तान, रूस, बेलारूस, पोलैंड, जर्मनी और फ्रांस से होकर गुजरेगी।
स्पेन की ओर से जो आधिकारिक बयान दिया गया है उसके मुताबिक अगर ट्रेन से भेजे जाने वाले सामान को किसी कार्गो शिप से भेजा जाता है तो इसमें 10 दिन का समय और लग जाता है।
ट्रेन
में
लगे
हैं
40
कंटेनर
इस
ट्रेन
में
40
शिपिंग
कंटेनर
होंगे
जिसमें
चीन
में
बनने
वाले
लट्टू
के
अलावा
दूसरे
खिलौने
लेकर
स्पेन
जाएंगे।
झीजांग
प्रोविंस
के
गवर्नर
लि
क्यांग
ने
इस
दौरान
मैड्रिड
में
आयोजित
एक
समारोह
में
कहा
कि
नए
‘सिल्क
रोड'
को
डेवलप
करने
की
रणनीति
को
शुरू
करने
का
समय
आ
गया
है।
यह ट्रेन उसमें एक बड़ा रोल अदा करने वाली है। यह ट्रेन यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी तक चीन की रेगुलर रेल नेटवर्क है।
इस ट्रेन के रूट के तहत आने वाला एक रूट चीन की मेगासिटी चेंगकिंग को जर्मनी के बहुत ही अहम ट्रांसपोर्टेशन और कमर्शियल सेंटर्स में एक और स्टील निर्माता शहर डुइसबर्ग से जोड़ता है। बाकी रूट चीन की राजधानी बीजिंग को जर्मनी के बाकी बड़े शहरों जैसे हैम्बर्ग को आपस में जोड़ता है।