महामारी के समय भी चीन बेच रहा है घटिया गुणवत्ता के मास्क, इन तमाम देशों ने ड्रैगन की खोली पोल, वापस लौटाया सामान
नई दिल्ली। पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ रही है। तमाम देशों में मास्क, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट, वेंटिलेटर की कमी है। हर देश इन जरूरी सामान के लिए तमाम देशों से मदद की अपील कर रहा है। लेकिन इस बीच चीन द्वारा भेजे जा रहे मास्क को कई देश वापस लौटा रहे हैं। तमाम देश चीन पर आरोप लगा रहे हैं कि वह ऐसे महामारी के समय पर घटिया गुणवत्ता के सामान उन्हें भेज रहा है। फिनलैंड ने खुलकर दुनिया के सामने कहा है कि चीन घटिया गुणवत्ता के मास्क हमे बेच रहा है, जिसकी हमे आवश्यकता नहीं है।
फिनलैंड ने सामान को बताया खराब गुणवत्ता का
बुधवार को फिनलैंड में चीन का पहला आर्डर पहुंचा, जिसमे 2 मिलियन सर्जिकल मास्क, 230000 रेस्पिरेटर मास्क थे, लेकिन अहम बात यह है कि ये सारे सामान वो हैं जो फिनलैंड की जरूरत से मेल नहीं खाते हैं और इसकी गुणवत्ता अपेक्षा के अनुसार नहीं है। हालांकि यहां की स्वास्थ्य मंत्री एनो काइसा पेकोनेन ने कहा कि इनका इस्तेमाल घरेलू रखरखाव में लगे लोग इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि फिनलैंड को मौजूदा समय में तकरीबन 50 हजार मास्क, 50 हजार रेस्पिरेटरी मास्क की प्रति दिन जरूरत है। इसके लिए उसने तीन घरेलू कंपनियों की मदद ली है जो उसे पूरा करने की कोशिश में जुटे हैं।
इन देशों ने खोली चीन की पोल
इससे पहले भी की देश चीन पर घटिया गुणवत्ता का सामान भेजने का आरोप लगा चुके हैं। हाल ही में स्पेन, नीदरलैंड, टर्की, ऑस्ट्रेलिया ने चीन द्वारा भेजे गए मास्क वापस लौटा दिए थे, जिसके बाद चीन को मजबूर होकर यह कहना पड़ा था कि हमने इन उत्पादों को दोबारा चेक नहीं किया था। चीन के विदेश मंत्री ने ट्वीट करके कहा था कि चीन में निर्माता कंपनियों ने गलत जानकारी दी थी कि ये नॉन सर्जिकल हैं।
स्पेन, नीदरलैंड, टर्की लौटा चुके हैं इतना सामान
स्पेन ने 340000 टेस्ट किट चीन से खरीदे थे स्पेन की सरकार का दावा है कि इसमे से 60 हजार कोविड-19 के लिए हैं ही नहीं है। स्पेन में चीन के दूतावास की ओर से ट्वीट करके कहा गया कि जिस कंपनी ने यह बनाया है उसके पास आधिकारिक रूप से इन उत्पादों को बेचने का लाइसेंस नहीं है। नीदरलैंड की बात करें तो यहां के स्वास्थ्य मंत्री ने मार्च में कहा था कि वह 6 लाख फेस मास्क जो चीन से आए थे, उसे वापस कर रहे हैं। उनकी ओर से कहा गया है कि ये मास्क चेहरे पर फिट नहीं होते हैं और ना ही इसका फिल्टर काम करता है, बावजूद इसके कि इन तमाम मास्क पर गुणवत्ता सर्टिफिकेट लगा है। वहीं टर्की ने भी खुलकर यह कहा था की चीन ने जो टेस्टिंग किट उसे भेजी है वह सही नहीं है। सिर्फ 3.5 लाख किट ने सही परिणाम दिखाए हैं। वहीं कनाडा ने 626000 मास्क लौटा दिए क्योंकि इसकी गुणवत्ता ठीक नहीं थी।