नाश्ते के दौरान गपशप में चीनी अधिकारियों के चौंकाने वाले खुलासे, सैनिकों की मौत पर चीन करता है झूठा दावा
गलवान घाटी हिंसक झड़प को लेकर चीन की तरफ से झूठ बोला गया है। इसका खुलासा खुद चीनी सैनिकों ने भारत के सामने मीटिंग्स ब्रेक में नाश्ते करतेे हुए किया है।
बीजिंग/नई दिल्ली: भारत और चीनी सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुए 9 महीने बीत चुके हैं मगर चीन को अभी तक पता नहीं चल पाया है कि उसके कितने सैनिक हिंसक झड़प में मारे गये हैं। भारतीय सैनिकों के साथ होने वाले मीटिंग्स के दौरान ब्रेक में गपशप के दौरान चीनी अधिकारियों ने कई बार भारत के सामने झूठ बोला है। कभी चीनी अधिकारी 4 सैनिकों के मारे जाने की बात करते हैं तो कभी 9 तो कभी 14। इसके अलावा भी चीनी अधिकारियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
कितने सैनिक मरे, बताओ चीन?
पिछले हफ्ते चीन ने एक ऑफिसियल वीडियो जारी करते हुए बताया था गलवान घाटी हिंसक झड़प में उसके चार सैनिक मारे गये थे। वीडियो में चीन ने अपने सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी थी मगर हैरानी की बात ये है कि जब चीनी अधिकारी भारतीय अधिकारियों के साथ वार्ता करने आते हैं तो उस दौरान अलग अलग आंकड़ा देते हैं। डिफेंस मिनिस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक अलग अलग लेवल पर चीन की PLA के साथ बैठक में चीन की तरफ से अलग अलग आंकड़ा दिया गया है। डिफेंस मिनिस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान ब्रेक टाइम में जब चीनी अधिकारियों के साथ अनौपचारिक बातचीत होती है उस वक्त वो गलवान घाटी में मारे गये चीनी सैनिकों को लेकर अलग अलग बयान देते हैं। चीनी सैनिकों ने अभी तक 5 से लेकर 14 सैनिकों की मौत की बात अनऑफिसियली भारतीय अधिकारियों के सामने मानी है। एक चीनी अधिकारी ने पहले भारतीय अधिकारियों को 5 मौतों के बारे में बताया था मगर हालिया मीटिंग्स के दौरान कुछ चीनी सेना अधिकारियों ने मौत का आंकड़ा 14 तक बताया है। वहीं, भारतीय अधिकारियों के कहा है कि उन्हें चीनी आंकड़ों पर कभी भी भरोसा नहीं रहा है। अगर चीन 5 सैनिकों की मौत की बात करता है, इसका मतलब 10 से ज्यादा मौतें हुई हैं और अगर चीन के एक बड़े अधिकारी ने 14 मौत के बारे में बताया है, इसका मतलब 30 से ज्यादा चीनी सैनिक मारे गये हैं। वहीं, कई अंतर्राष्ट्रीय जांच एजेंसियों ने गलवान घाटी हिंसक झड़प में 45 चीनी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया है।
नाश्ते के दौरान गपशप, चौंकाने वाले खुलासे
चीन और भारत के बीच 13 से ज्यादा हाईलेवल बातचीत हो चुकी है। जिनमें पैंगोंग सो से दोनों देश की सेना ने पीछे हटने का फैसला लिया है। भारतीय सैनिकों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान भारतीय सैनिकों ने निष्कर्ष निकाला है कि गलवान घाटी संघर्ष में चीन के करीब 25 से 40 सैनिक मारे गये हैं और देश में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ गुस्सा ना भड़के इसके लिए चीनी राष्ट्रपति देश से सच्चाई छिपा रहे हैं। आपको बता दें कि करीब 45 सालों के बाद गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी।
पिछले साल सितंबर के दौरान चीनी अधिकारियों ने भारत से गपशप के दौरान 5 पीएलए सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकारी थी, जिसमें एक कमांडिग ऑफिसर के भी शामिल होने की बात मानी थी। वहीं, हाल के दिनों में हुए एक मीटिंग के दौरान एक चीनी अधिकारी ने गपशप के दौरान 14 पीएलए सैनिकों के मारे जाने की बात बताई है और उसने भी एक कमांडिग ऑफिसर की मौत का जिक्र किया है। जिससे पता चलता है कि चीन लगातार अपने सैनिकों के मौत को लेकर अलग अलग आंकड़े दे रहा है और झूठ बोल रहा है। भारतीय सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, चीन से बैठक के दौरान नाश्ते के दौरान या फिर ब्रेक के दौरान दोनों देश के अधिकारी एक दूसरे के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लेने की कोशिश करते हैं। सूत्रों के मुताबिक, ऑफिसियली बैठक के दौरान एक बार के अलावा अभी तक चीन की तरफ से कभी भी PLA सैनिकों की मौत को लेकर बात नहीं की गई है।