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UN के प्रतिबंधों के बाद भी नॉर्थ कोरिया की मदद कर रहा है चीन, जानिए कैसे

चीन और नॉर्थ कोरिया दोनों ही देश पर्यटन के क्षेत्र में आपसी सहयोग को और तेज करने पर राजी हो गए हैं। गुरुवार को सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भी दोनों देश आपसी सहयोग को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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बीजिंग। चीन और नॉर्थ कोरिया दोनों ही देश पर्यटन के क्षेत्र में आपसी सहयोग को और तेज करने पर राजी हो गए हैं। गुरुवार को सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भी दोनों देश आपसी सहयोग को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। सूत्रों ने साउथ कोरिया की न्‍यूज एजेंसी योनहाप को जानकारी दी है कि एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें नॉर्थ कोरिया के सिविल एविएशन डिपार्टमेंट के जनरल एडमिनिस्‍ट्रेशन के ऑफिसर और एयर कोरयो के अधिकारियों ने चीन के गुआंगदोंग प्रांत का दौरा किया था। ये अधिकारी जुलाई में दौरे पर गए थे और यहां पर इन्‍होंने दोनों देशों के बीच पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने की दिशों में कोशिशों पर बल दिया। एयर कोरयो, नॉर्थ कोरिया की राष्‍ट्रीय एयरलाइंस है।

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पर्यटन के जरिए हो रही है नॉर्थ कोरिया की मदद

नॉर्थ कोरिया के अधिकारियों ने गुआंगदोंग चाइना ट्रैवल सर्विसेज के टॉप अधिकारियों से भी मुलाकात की थी जो कि दक्षिण चीन की लीडिंग टूर एजेंसी है। सिविल एविएशन डिपार्टमेंट का जनरल एडमिनिस्‍ट्रेशन, नॉर्थ कोरिया का सरकारी विभाग है और अंतरराष्‍ट्रीय एविएशन और ट्रैवेल सर्विसेज पर नजर रखता है। सूत्रों की मानें तो दोनों देशों के अधिकारियों के बीच पर्यटन के सेक्‍टर में वर्तमान समय में जारी ट्रेंड्स और कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई है। वहीं दोनों देश इस बात पर भी राजी हुए हैं कि चीनी पर्यटकों के लिए नॉर्थ कोरिया की ट्रैवेल सर्विस का प्रमोशन किया जाएगा। योनहाप न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से लिखा है, 'हाल ही में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई मुलाकात इस बात की तरफ इशारा करती है कि दोनों देश द्विपक्षीय पर्यटन सहयोग की दिशा में अहम प्रगति कर रहे हैं।' सूत्रों ने यह भी बताया है कि चीनी अथॉरिटीज की मदद के बिना इस तरह की प्रगति संभव नहीं नही है। लगता है कि चीन, नॉर्थ कोरिया में जारी विदेशी मुद्रा संकट को पर्यटन के जरिए दूर करने में मदद करना चाहता है।

विदेशी मुद्रा संकट से जूझता नॉर्थ कोरिया

फिलहाल तीन चीनी शहरों में एयर कोरयो की फ्लाइट्स ऑपरेट होती हैं, बीजिंग, शंघाई और शेनयांग। लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए हाल ही में प्‍योंगयांग से शेनयांग जाने वाली फ्लाइट्स की संख्‍या हफ्ते में बढ़ाकर तीन कर दी गई है। वहीं बीजिंग से प्‍योंगयांग तक जाने वाली ट्रेनें पूरी तरह से फुल रहने लगी हैं। हाल में चीन और नॉर्थ कोरिया के बीच दशकों तक चले तनाव में कुछ कमी आई है। नॉर्थ कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर थोड़ी संजिदगी दिखाई है, इसके बाद ही चीन ने नॉर्थ कोरिया को अपनी तरफ से पूरी मदद का वादा देने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। 10 जुलाई को नॉर्थ कोरिया ने चीन के बॉर्डर से सटे शहर रासोन सिटी में फ्री ट्रेड मार्केट शुरू किया था और यहां पर चीनी नागरिकों को बिना वीजा के आने की अनुमति थी। नॉर्थ कोरिया ने इन फ्री ट्रेड मार्केट को विदेशी मुद्रा हासिल करने के मकसद से शुरू किया था।

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English summary
China, North Korea show signs of boosting tourism cooperation even after UN sanctions.
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