चीन ने अमेरिकी के खिलाफ वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन में की शिकायत
हांगकांग। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि चीन ने संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में अमेरिकी आयात शुल्क को लेकर एक मामला दर्ज कराया है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने रविवार से विभिन्न प्रकार के चीनी सामानों पर 15% टैरिफ लागू कर दिया है। इन उत्पादों में फुटवियर, स्मार्ट घड़ियां और फ्लैट-पैनल टीवी जैसे कई अहम उत्पाद शामिल हैं।
चीन ने अपने कानूनी मामले का विवरण जारी नहीं किया लेकिन कहा कि अमेरिकी शुल्कों ने 300 बिलियन डॉलर के चीनी निर्यात को प्रभावित किया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा, चीनी पक्ष इससे (अमेरिका के शुल्क लगाने से) पूरी तरह असंतुष्ट है और इसका विरोध करता है। डब्ल्यूटीओ के नियमानुसार चीन अपने उपयुक्त अधिकारों और हितों की मुस्तैदी से सुरक्षा करेगा।
अमेरिका ने रविवार को चीन से आयातित अरबों डॉलर के सामान पर 15 प्रतिशत शुल्क लगा दिया था। इसमें अधिकतर उपभोक्ता उत्पाद हैं जिससे अमेरिका में चीन से आयातित कपड़े-जूते इत्यादि महंगे हो गए हैं। वाणिज्य मंत्रालय ने बयान में कहा गया है कि नवीनतम टैरिफ कार्रवाइयों ने चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेताओं द्वारा ओसाका में एक बैठक में आम सहमति का उल्लंघन किया। चीन डब्ल्यूटीओ के नियमों के अनुसार अपने कानूनी अधिकारों का बचाव करेगा।
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि वे चीन को बौद्धिक संपदा की चोरी के लिए दंडित कर रहे हैं जो विश्व व्यापार संगठन के नियमों द्वारा कवर नहीं किया गया है। हालांकि कई व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि WTO में अनुमत अधिकतम से अधिक किसी भी शुल्क को उचित ठहराया जाना चाहिए।
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