चीन ने बनाया स्पेस में सैटेलाइट विध्वंसक हथियार, जिनपिंग ने विनाशकारी हथियार बनाने के दिए आदेश
चीन ने अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता से लैस हथियार का परीक्षण किया है, जबकि शी जिनपिंग ने वैज्ञानिकों को विनाशकारी हथियार बनाने के आदेश दिए है।
बीजिंग, अक्टूबर 27: हाइपरसोनिक मिसाइल के बाद चीन ने अंतरिक्ष में एक और स्पेसक्राफ्ट लॉन्च किया है, जिसके बारे में अमेरिका ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि, चीन का ये यान सैटेलाइट विध्वंसक हो सकता है। जबकि, बीजिंग की तरफ से इस लॉंग मार्च रॉकेट शिजियन-21 रॉकेट को लेकर कहा है कि, इस रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में जमा हो रहे मलबे को बेअसर किया जा सकता है। लेकिन, अमेरिका ने चीन के इस लॉंचिंग को लेकर दूसरी बड़ी चिंता जताई है।
सैटेलाइट उड़ाने की तकनीक का परीक्षण
चीन के शिजियन-21 रॉकेट टेस्ट को लेकर वाशिंगटन का कहना है कि, उसी तकनीक का इस्तेमाल अन्य उपग्रहों को 'पकड़ने' और नष्ट करने के लिए किया जा सकता है और यह 'अंतरिक्ष-हमला प्रणालियों के माध्यम से श्रेष्ठता' हासिल करने की चीन की रणनीति का हिस्सा है। चीन ने इस मिलिट्री मिसाइल की लॉंचिंग को लेकर खुलासा तब किया है, जब इसी हफ्ते चीन के राष्ट्रपति ने चीन की सेना अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक की है और उसमें चीन की सेना को विश्व स्तरीय सेना बनाने और तमाम विध्वंसक हथियारों के विकास करने को कहा है। चीनी राष्ट्रपति ने कहा है कि, चीन की सेना ऐसे-ऐसे हथियारों का निर्माण करे, जो हथियारों की नई जमीन तैयार करे।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सनक
2012 में सत्ता संभालने के बाद शी जिनपिंग लगातार चीन की सेना को अत्याधुनिक बनाने के लिए काम कर रहे हैं और शी जिनपिंग कई मौके पर चीन की सेना को सबसे ज्यादा शक्तिशाली बनाने की बात कह चुके हैं। उन्होंने सेना में नई-नई टेक्नोलॉजी को लाने की बात कही है। माना जाता है कि शिजियन-21 उपग्रह के साथ-साथ चीन ने एक नई तरह की हाइपरसोनिक मिसाइल को अंतरिक्ष में लॉन्च किया है, जिसको लेकर विश्लेषकों का मानना है कि इस मिसाइल से चीन परमाणु बम भी छोड़ सकता है। पिछले हफ्ते ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, इस साल जुलाई और अगस्त के महीने में चीन ने दो बार हाइपरसोनिक मिसाइलों की टेस्टिंग की है।
दुनिया से झूठ बोल रहा है चीन?
चीन अपने सैटेलाइट शिजियान-21 को लेकर दावे कर रहा है कि इस सैटेलाइट के जरिए वो अंतरिक्ष में जमा हो रहे मलबे को बेअसर करेगा, लेकिन अमेरिका कहना है कि, चीन पूरी तरह से झूठ बोल है और असल में चीन ने जिस सैटेलाइट को लॉंच किया है, उसमें रोबोटिक भुजाएं भी लगे हुए हैं। वाशिंगटन का कहना है कि, शिजियन 17 वास्तव में एक सैन्य उपग्रह है जो अंतरिक्ष में परिक्रमा करने वाले दूसरे सैटेलाइट को मार गिराने में सक्षम है। यूएस स्पेस कमांड के प्रमुख जनरल जेम्स डिकिंसन ने इस साल की शुरुआत में कांग्रेस को लिखा था कि, सैटेलाइट 'भविष्य में दूसरे सैटेलाइट को पकड़ने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।'
चीन का विशालकाय सैन्य बजट
आपको बता दें कि, चीन का सैन्य बजट 1990 के दशक से उसकी उभरती अर्थव्यवस्था के अनुरूप साल-दर-साल बढ़ रहा है। 2012 में जब शी जिनपिंग ने देश का नेतृत्व संभाला था, उस वक्त चीन का सैन्य बजट 130 अरब डॉलर था। जबकि, मार्च 2021 में जारी चीन के बजट में रक्षा बजट 210 अरब डॉलर का हो गया था। चीन ने देश में परमाणु ऊर्जा से चलने वाले एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने के लिए अपने बजट को बेतहाशा बढ़ाया है। इसके साथ ही चीन ने नए टैंक, स्टील्थ फाइटर जेट, लंबी दूरी के बमवर्षक, मिसाइल और ड्रोन भी तैयार किए हैं।
आर्कटिक में जाग सकते हैं हजारों सालों से सोए घातक बैक्टीरिया-वायरस, दुनिया में ला सकते हैं तबाही