दुनिया को कोरोना देकर वैश्विक संकट का फायदा उठाते हुए अब चाइना कर रहा ये तैयारी
दुनिया को कोरोना देकर वैश्विक संकट का फायदा उठाते हुए चाइना कर रहा ये तैयारी China is preparing to take advantage of global crisis by giving corona to the world
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कहर से लगभग पूरी दुनिया में जिंदगी ठहर सी गई है। चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर से शुरू हुए इस किलर वायरस से अब विश्व भर में 64, 774 लोगों की मौत हो चुकी हैं और दस लाख से अधिक लोग इस जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। 150 से अधिक देशों पर इसका बहुत बुरा असर पड़ा है। दरअसल, अगर चीन ने इस वायरस की शुरुआत के समय और ज्यादा पारदर्शिता बरती होती तो कोरोना के असर को काफी हद तक कम कर लिया गया होता। चीन ने इस पूरे मामले में कई अहम जानकारी छिपाई जिससे यह महमारी बन गई। चीन से फैले कोरोना वायरस से जहां दुनिया वायरस से जंग लड़ रही है, वहीं चाइना इस वैश्विक संकट का फायदा अपने मुनाफे के लिए जुटा हुआ हैं।
समुद्र में अपनी ताकत बढ़ा रहा चीन
दरअसल, चीन ने पिछले कुछ दिनों में समुद्री क्षेत्र में सैन्य अभ्यास से जुड़ी गतिविधियां बढ़ा दी हैं और समुद्री क्षेत्र में काफी बड़े पैमाने पर साजोसामान तैनात किया है। माना जा रहा हैं कि विश्व भर के सामने कोरोना का संकट खड़ा करके इस संकट काल का बड़ी शातिर तरीके से बीजिंग दक्षिण चीन सागर में अपने रणनीतिक और आर्थिक फायदों का विस्तार करने के लिए आगे बढ़ रहा है। चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के अनुसार, बीजिंग ने हाल में उत्तरी समुद्री क्षेत्र में एक ही दिन में मात्रा और उत्पादन दोनों मामलों में गैस हाइड्रेट से प्राकृतिक गैस का सफल निष्कर्षण किया हैं। चीन ने यह कार्य ऐसे समय में किया जब वैश्विक ताकतें कोरोना वायरस से निपटने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही हैं। दुनियाभर की सेनाएं कोरोना के खिलाफ सड़कों पर उतरी हुई है।
विश्व को हुए नुकसान का भुगतान करे चीन
गौरतलब हैं कि इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्यूरिस्ट्स और ऑल इंडिया बार एसोसिएशन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में चीन के खिलाफ शिकायत दायर की है, जिसमें कहा गया है कि कोविड 19 महामारी के रूप में पूरे विश्व में ''मानवता के खिलाफ गंभीर अपराध'' किया गया है। इसमें मांग की गई है कि चीन को पूरी दुनिया को हुई क्षति का भुगतान करने के लिए निर्देशित किया जाना चाहिए। आईसीजे ने कहा कि चीन ने दुनियाभर में घातक वायरस फैलाकर गंभीर अपराध किया है। यह शिकायत इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्यूरिस्ट्स के अध्यक्ष और ऑल इंडिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अदिश सी अग्रवाल ने दायर की है। जो पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (चीन की आधिकारिक सेना) और वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के खिलाफ की गई है,जिसमें आरोप लगाया गया है कि इन्होंने दुनिया के खिलाफ ''एक जैविक युद्ध की साजिश'' रची है।
शिकायत में कहा गया है कि
चीन की सरकार ने नोवल कोरोनावायरस के निष्पादन और प्रसार की सावधानीपूर्वक योजना बनाई है। इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है किस तरीके से चीन ने पूरी दुनिया में वायरस के प्रसार के लिए उत्सुक तरीके से स्थिति का ध्यान रखा है। जैसा कि पहले भी कहा गया है कि यह बात अब भी रहस्य बनी हुई है कि चीन के सभी प्रांतों में वायरस कैसे नहीं फैला है,परंतु एक ही समय में दुनिया के सभी देशों में फैल गया है।''
चीन बचने के लिए अमेरिका लगाया ये आरोप
वहीं मनीला के अकादमिक रिचर्ड जावेद हेयडेर्यिन ने एशिया टाइम्स में लिखा है कि बीजिंग ने महामारी के लिए खुद को जिम्मेदार होने से बचाने के लिए कहानी गढ़ी कि कोरोना वायरस चीन में अमेरिकी सेना ने फैलाया। शीर्ष चीनी अधिकारियों ने खुद यह विचित्र सुझाव सरकार को दिया ताकि चीन अपनी जिम्मेदारियों से बच सके।