CIA चीफ ने बताया- अमेरिका को क्यों है रूस से ज्यादा चीन से खतरा
वॉशिंगटन। दुनिया में ताकत की लड़ाई के लिए रूस और अमेरिका एक-दूसरे के घोर प्रतिद्वंदी हैं और आज भी ये दोनों मुल्क खौफ पैदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। फिलहाल, अमेरिका को चीन का खतरा रूस से भी ज्यादा लग रहा है। अमेरिकी टॉप खुफिया एजेंसी के चीफ ने कहा कि रूस से भी ज्यादा प्रभावशाली ढंग से चीन अपने पांव जमा रहा है। यूएस के अनुसार, रूस की तरह चीन भी पश्चिम में अपना प्रभाव जमाने के लिए पूरी कोशिश में लगा है और अमेरिकी सूचनाओं पर भी नजर रख रहा है।
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के चीफ माइक पोंपियो ने बताया कि चीन आखिर क्यों खतरा बनता जा रहा है। पोंपियो ने कहा कि चीन ना सिर्फ यूरोप और यूके में अपना विस्तार कर रहा है, बल्कि अमेरिका के कमर्शियल इन्फॉर्मेशन चुराने से लेकर स्कूल्स और हॉस्पिटल्स में घुसपैठ की कोशिश में लगा है।
पोंपियो ने कहा, 'इन दोनों देशों की अर्थव्यवस्था के स्तर को देखिए। चीन अपने मिशन को पूरा करने के लिए रूस से भी ज्यादा प्रभावशाली है।' अमेरिका खुफिया एजेंसी के चीफ ने कहा कि पश्चिम में चीन की शक्ति का मुकाबला करने के लिए सामूहिक रूप से सभी देशों को एक साथ खड़ा होना होगा।
पोंपियो ने कहा, 'हम अमेरिकी सूचनाओं को चोरी करने वाले प्रयासों पर कड़ी नजर रख सकते हैं। हम ध्यान दे रहे हैं कि जो चीनी सरकार के हवाले से अमेरिका में काम करने के लिए आ रहे हैं यूएस के खिलाफ जासूसी भी कर सकते हैं। हम यह हमारे स्कूल्स, हॉस्पिटल्स और मेडिकल सिस्टम पर निगरानी रख रहे हैं। '
इसमें कोई दो राय नहीं है कि वॉशिंगटन की राजनीति में रूस की दखलंदाजी बढ़ी है और 2016 के अमेरिकी आम चुनाव को मास्को के हैकिंग पर संदेह है। हालांकि, चीन के बढ़ते खतरे को सीआईए चीफ ने रूस से भी ज्यादा खतरनाक बताया है।