अमेरिका से तनातनी के बीच चीन ने बढ़ाई सैन्य गतिविधियां, इस बात को लेकर चिढ़ा है ड्रैगन
नई दिल्ली। अमेरिका और चीन के बीच हाल के दिनों तनातनी देखने को मिली है। अमेरिकी के मंत्री एलेक्स अजार के ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग-वेन से मुलाकात ने दोनों देशों में तनाव को एकदम बढ़ा दिया है। ताइवान पर चीन अपने क्षेत्र होने का दावा जताता है लेकिन अमेरिकी मंत्री अजार पिछले तीन दिनों से ताइवान में हैं, जिससे चीन खुश नहीं है। चीन ने इस बीच सैन्य अभ्यास को बढ़ा दिया है। एक चीनी थिंक टैंक का कहना है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) अमेरिका के गुआम द्वीप के पास लाइव-फायर अभ्यास करने पर विचार कर रही है।
चीन ने हाल के हफ्तों में अपने सैन्य गतिविधियों और अभ्यास में काफी तेजी दिखाई है। खासतौर से जुलाई में अमेरिका की ओर से दक्षिण चीन सागर में जो अभ्यास किए गए, उनसे चीन काफी खफा है। दक्षिण चीन सागर को लेकर कई बार अमेरिका चीन की आलोचना कर चुका है।
हाल का तनाव अमेरिकी मंत्री की ताइवा यात्रा से है। अमेरिकी मंत्री अजार ने तीन दिनों का ताइवान दौरा किया है। सोमवार सुबह अजार ने ताइवान की राष्ट्रपति मिलकर इस द्वीप की पहचान संप्रभु राष्ट्र के तौर पर किए जाने की वकालत की। जाहिर है इसका मकसद सीधे चीन को चिढ़ाने का ही है। 1979 में ताइवान के साथ खत्म हुए संबंध के बाद यह अमेरिका की ओर से पहला उच्चस्तरीय दौरा है, जिसकी चीन की ओर से कड़ी आलोचना की गई है। चीन ने एलेक्स अजार के इस दौरे को शांति और स्थिरता के लिए खतरा बताया है।
चीन की एक तरफ अमेरिका से तनातनी चल रही है तो वहीं भारत से भी बीते तीन महीने से वो लद्दाख में उलझा हुआ है। कई स्तर की बातचीत भारत और चीन के बीच हो चुकी है लेकिन चीन अभी भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।