हांगकांग में बढ़ा चीन का अत्याचार, 47 गिरफ्तार नेताओं पर लगाया नेशनल सिक्योरिटी कानून, भड़का अमेरिका
चीन ने हांगकांग के 47 एक्टिविस्ट और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर नेशनल सिक्योरिटी कानून लगा दिया है। जिसके बाद अमेरिका ने सभी गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की फौरन रिहाई की मांग की है।
वाशिंगटन/हांगकांग: नेशनल सिक्योरिटी कानून की आड़ में हांगकांग में प्रदर्शकारियों पर जुल्म करने वाले चीन के खिलाफ अमेरिका ने आवाज उठाई है। बताया जा रहा है कि हांगकांग के सौ से ज्यादा लोगों को चीन ने नेशनल सिक्योरिटी कानून की धाराओं के तहत चार्ज किया गया है। हालांकि, चीन के ऑफिसियल आकड़ों में चार्ज किए गये नागरिकों की संख्या सिर्फ 47 बताई गई है।
हांगकांग पर चीन का जुल्म
पिछले साल चीनी सरकार ने हांगकांग के नागरिकों के ऊपर नेशनल सिक्योरिटी कानून जबरन थोपा था। इस कानून का मकसद हांगकांग निवासियों को टॉर्चर करना है। इस कानून के तहत चीन के खिलाफ बोलने वाले किसी भी हांगकांग नागरिक को किसी भी वक्त गिरफ्तार किया जा सकता है और इस कानून के तहत जमानत मिलने का प्रावधान भी नहीं। पिछले साल बनाए गये इस कानून के बाद रविवार को 47 लोगों को इस धारा के तहत चार्ज किया गया है, जिनमें हांगकांग के प्रसिद्ध वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, डिस्ट्रिक काउंसलर और जर्नलिस्ट शामिल हैं। इन एक्टिविस्टों के खिलाफ 'चीन के खिलाफ युद्ध' छेड़ने की धाराओं के तहत चार्ज लगाए गये हैं। पिछले महीने गिरफ्तार किए गये सभी लोग हांगकांग में प्राइमरी डेमोक्रेटिक तरीके से चुनाव करवाने की तैयारी कर रहे थे।
हांगकांग मसले पर बयान जारी करते हुए अमेरिका ने चीन से कहा है कि गिरफ्तार किए गये सभी कार्यकर्ताओं को चीन फौरन रिहा करे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि 'हम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के तहत बीजिंग और हांगकांग अथॉरिटी से अपील करते हैं कि वो हांगकांग में गिरफ्तार किए गये सभी मानवाधिकार कार्यकर्ता और डेमोक्रेटिक नेताओं को फौरन जेल से आजाद करे'। अमेरिका ने बयान जारी करते हुए कहा है कि 'चीन के नेशनल सिक्योरिटी कानून से एक बार फिर साबित होता है कि चीन लोगों के बोलने की आवाज का गला घोंट रहा है और हांगकांग के अधिकारों का हनन कर रहा है'
आवाज उठाने वालों की गिरफ्तारी
अमेरिका ने उन 47 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और चीन के खिलाफ आवाज उठाने वाले गिरफ्तार लोगों को रिहा करने की मांग की है, जिनके ऊपर अब नेशनल सिक्योरिटी कानून लगाया गया है। ये सभी नेता हांगकांग में संवैधानिक तरीके से लोकतांत्रिक चुनाव कराने की तैयारी कर रहे थे। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हांगकांग में चीनी दमन पर बयान जारी करते हुए कहा है कि हांगकांग के निवासियों के साथ अमेरिका खड़ा है और हांगकांग के गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को चीन फौरन रिहा करे। एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है कि 'हम हांगकांग के निवासियों को गिरफ्तार और उनके ऊपर नेशनल सिक्योरिटी कानून लगाने की निंदा करते हैं और सभी की फौरन रिहाई की मांग करते हैं। राजनीतिक भागीदारी और बोलने की आजादी कोई गुनाह का काम नहीं है'। हांगकांग पुलिस के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें से 47 के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी कानून लगाया गया है।
चीन का खतरनाक नेशनल सिक्योरिटी कानून
चीन ने अपने खिलाफ उठने वाली आवाज का गला घोंटने के लिए पिछले साल हांगकांग पर नेशनल सिक्योरिटी कानून थोप दिया। इस कानून में सरकार के खिलाफ एक शब्द बोलना भी देशद्रोह के अंतर्गत आता है। आर्टिकिल 42 के तहत बनाया गया ये कानून गैरजमानती है। यानि, इस कानून के तहत जो भी गिरफ्तार किया जाता है उसे कोर्ट जमानत नहीं दे सकती है। चीन ने हांगकांग पर ये कानून सिर्फ इसलिए थोपा कि वहां स्वतंत्रता और लोकतंत्र बहाल करने के लिए उठने वाली किसी भी आवाज को खामोश किया जा सके। इस कानून के लागू होने के बाद हजारों एक्टिविस्ट हांगकांग से भागकर ब्रिटेन जा रहे हैं। ब्रिटेन ने ऐसे कार्यकर्ताओं के लिए देश का वीजा देना शुरू कर दिया है।
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