पीएम मोदी ने पाकिस्तान को कहा 'टेरर एक्सपोर्ट फैक्ट्री' तो चीन ने दोस्त के सपोर्ट में दिया यह जवाब
चीन ने शुक्रवार को एक बार फिर अपने दोस्त पाकिस्तान का आतंकवाद पर समर्थन किया है। इसके साथ ही चीन ने इंटरनेशनल कम्युनिटी से अपील की है कि वह पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद के खात्मे के लिए किए जा रहे प्रयासों को पहचाने और उसकी सराहना करे।
बीजिंग। चीन ने शुक्रवार को एक बार फिर अपने दोस्त पाकिस्तान का आतंकवाद पर समर्थन किया है। इसके साथ ही चीन ने इंटरनेशनल कम्युनिटी से अपील की है कि वह पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद के खात्मे के लिए किए जा रहे प्रयासों को पहचाने और उसकी सराहना करे। चीन का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लंदन में एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान को टेरर एक्सपोर्ट फैक्ट्री' यानी आतंकवाद के निर्यात की फैक्ट्री करार दिया था।
पाकिस्तान के प्रयासों को पहचाने दुनिया
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुया चुनयिंग से शुक्रवार को इस बारे में चीन की प्रतिक्रिया पूछी गई थी। हुया ने इस पर कहा, 'आतंकवाद एक ऐसा दुश्मन है जिसका सामना हर कोई कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को साथ में आकर इसके खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी।' चुनयिंग ने कहा कि चीन को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को खत्म करने के लिए किए जा रहे प्रयासों का समर्थन करेगा। साथ ही उसकी सराहना करेगा। पीएम मोदी ने जिन्हें बुधवार को वेस्टमिंस्टर हॉल में आयोजित 'भारत की बात सबके साथ,' नामक कार्यक्रम में कहा था जिन्हें आतंक का निर्यात पसंद है, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भारत बदल गया है और उनके पुराने तौर-तरीकों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम शांति में यकीन रखते हैं, लेकिन हम आतंक का निर्यात करने वालों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम उन्हें करारा जवाब देंगे और उसी भाषा में देंगे जिसे वे समझते है। पीएम मोदी ने पाक को कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि आतंकवाद को कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सुषमा पहुंच रही हैं चीन
हुया चुनयिंग का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले हफ्ते चीन में आयोजित होने वाले शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में हिस्सा लेने के लिए रवाना होने वाली हैं। सुषमा शनिवार को चीन पहुंचेंगी और वह 24 अप्रैल को समिट में हिस्सा लेंगी। यहां पर रविवार को उनकी मुलाकात चीन के विदेश मंत्री वैंग याई से होगी। इसके अलावा इसी दिन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात करेंगी। भारत और पाकिस्तान को पिछले हफ्ते ही इस संगठन में शामिल किया गया है। इस संगठन में आठ सदस्य हैं जिसमें चीन और रूस काफी प्रभावशाली हैं। दोनों ही कार्यक्रमों में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा जून में पीएम मोदी इसमें हिस्सा लेने के लिए चीन के शहर क्यूइंगदाओ रवाना होंगे।