रिपोर्ट: लद्दाख विवाद के बीच 2020 में चीन ने भारत के पावर ग्रिड पर किया था साइबर अटैक, मुंबई हुआ था ब्लैकआउट!
रिपोर्ट: लद्दाख विवाद के बीच 2020 में चीन ने भारत के पावर ग्रिड पर किया था साइबर अटैक, मुंबई हुआ था ब्लैकआउट!
वॉशिंगटन: पिछले साल मुंबई में बिजली व्यवस्था कुछ दिनों तक पूरी तरह ठप हो गई थी, कई इलाकों में ब्लैकआउट हो गया था। जिसके पीछे की वजह खराब बिजली विफलता को बताई गई थी। अब एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि साल 2020 में मुंबई में बिजली गुल होने का संबंध भारत और चीन के बीच लद्दाख में उस वक्त जारी सीमा तनाव हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई का ब्लैकआउट होना चीन द्वारा किए गए साइबर हमले का नतीजा हो सकता है। अमेरिकी मीडिया न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच चीन अपने हैकर्स की मदद से भारत में ब्लैकआउट कराने की कोशिश में था और साइबर अटैक किया था।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अक्टूबर में पांच दिनों के अंदर भारत के पॉवर ग्रिड, आईटी कंपनियों और बैंकिंग सेक्टर्स पर 40500 बार साइबर अटैक चीन की ओर से किया गया था। इस स्टडी में ये भी दावा किया गया है कि जून 2020 में गलवान घाटी झड़प के बाद 12 अक्टूबर को मुंबई में हुए ब्लैकआउट के पीछे बीजिंग द्वारा किया गया साइबर अटैक ही कारण था।
चीनी साइबर अटैक से भारत को कड़ा संदेश देना चाहता था कि अगर उसके खिलाफ सीमा पर कार्रवाई की गई तो भारत के अलग-अलग इलाकों में बिजली जा सकती है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि चीनी मलवेयर भारत में बिजली आपूर्ति के कंट्रोल सिस्टम में घुस चुके थे। जिसमें हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन सबस्टेशन और थर्मल पावर प्लांट भी शामिल थे।
अमेरिका की साइबर सिक्योरिटी कंपनी रिकॉर्डेड फ्यूचर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत के पावर (बिजली) सिस्टम में चीन द्वारा घुसपैठ करने की कोशिश की गई थी। कपंनी ने ये भी कहा है कि अधिकतर चीनी मलवेयर कभी एक्टिवेट नहीं किए गए थे। हालांकि कंपनी ने कहा है कि वो भारत के पावर सिस्टम के अंदर नहीं पहुंच सकता इसलिए इसकी जांच अभी नहीं की जा सकी है। बता दें कि अमेरिका की साइबर सिक्योरिटी कंपनी रिकॉर्डेड फ्यूचर सरकारी एजेंसियों के साथ इंटरनेट के उपयोग की स्टडी करती है।
रिकॉर्डेड फ्यूचर के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर स्टुअर्ट सोलोमन बताया है कि चीन के सरकारी हैकर्स की रेड इको नाम की फर्म ने चोरी-चुपके तरीके से भारत के लगभग एक दर्जन से अधिक पावर जनरेशन और ट्रांसमिशन लाइन में घुसपैठ की तैयारी में थे। इसके लिए चीन ने एडवांड साइबर हैकिंग के तकनीकों का व्यवस्थित रूप से उपयोग किया था। हालांकि इस रिपोर्ट पर किसी भारतीय अधिकारी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि भारत उस साइबर हमले की कोड की तलाश कर रहा है।