Modi-Jinping meet: चीन ने कहा सम्मेलन बहुत बड़ी सफलता, अब ड्रैगन और हाथी करेंगे टैंगो
बीजिंग। चीन ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई दूसरी इनफॉर्मल समिट को एक बड़ी सफलता करार दिया है। भारत में चीन के राजदूत की तरफ से इस बाबत एक ट्वीट कर समिट के बारे में आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है। चेन्नई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी इनफॉर्मल समिट में हिस्सा लेने के बाद जिनपिंग का भारत दौरा खत्म हो गया है। चीनी राष्ट्रपति अब नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंच चुके हैं। दोनों नेताओं के बीच पहली इनफॉर्मल समिट अप्रैल 2018 में चीन के वुहान में हुई थी। अब अगले वर्ष फिर से इसी तरह की एक समिट होगी और जिनपिंग, मोदी को इसके लिए इनवाइट कर गए हैं।
राजदूत ने किया ट्वीट
चीनी राजदूत सन वाइडोंग की तरफ से शनिवार को ट्वीट किए गए हैं। उन्होंने लिखा है, 'राष्ट्रपति शी और प्रधानमंत्री मोदी के बीव हुई दूसरी इनफॉर्मल समिट एक बड़ी सफलता है। मैं बेहतरीन मेजबानी के लिए भारत सरकार और तमिलनाडु सरकार का शुक्रिया बदा करना चाहता हूं। हमारे नेताओं के निर्देशों में, चीन-भारत के रिश्त एक नए दौर में दाखिल हो रहे हैं।' उन्होंने लिखा, 'वुहान से चेन्नई, यांग्त्जे से गंगा नदी तक चीन और भारत एक दूसरे का हाथ थामते हैं और साथ में खड़े हैं। ड्रैगन और हाथी अब एक साथ टैंगों करते नजर आएंगे।' पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच इस समिट के दौरान एक नई केमेस्ट्री देखने को मिली। पीएम मोदी ने जहां राष्ट्रपति जिनपिंग को हाथ से बुना सिल्क का एक शॉल दिया है जिस पर जिनपिंग का चित्र बनी है। वहीं जिनपिंग ने मोदी को चीनी मिट्टी की प्लेट दी है जिस पर पीएम की तस्वीर बनी है।
पीएम मोदी ने कहा नए युग की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई इनफॉर्मल समिट ने दोनों देशों के बीच एक नए युग की शुरुआत की है। पीएम मोदी ने यह बात उस समय कही जब दोनों नेता, इनफॉर्मल समिट के दूसरे दिन डेलीगेशन लेवल की वार्ता में शामिल हो रहे थे। पीएम मोदी की ओर से की गई टिप्पणी का जवाब राष्ट्रपति जिनपिंग ने अपने ही अंदाज में दिया। जिनपिंग ने इस समिट को लेकर अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा, 'आप और मैं दोनों ने एक दोस्त की तरह वार्ता की, द्विपक्षीय रिश्तों पर यह दिल से दिल तक हुई (हार्ट टू हार्ट) वार्ता थी।' चीनी राष्ट्रपति ने आगे कहा, 'मैं और मेरे साथी भारत में हुए स्वागत से काफी खुश और अभिभूत हैं। यह हमारे लिए हमेशा एक यादगार अनुभव रहेगा।' दोनों नेताओं के बीच वन-टू-वन मीटिंग के बाद डेलीगेशन लेवल की वार्ता हुई।