अब चीन ने श्रीलंका को दी सबसे ज्यादा स्पीड की ट्रेन, आजादी के बाद पहला रेल नेटवर्क
बीजिंग। चीन ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी कि उसने आजादी के बाद श्रीलंका में पहली बार किसी रेल लाइन का निर्माण किया है। चीन ने बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (बीआरआई) प्रोजेक्ट के सर्दन श्रीलंका में इस रेल लाइन का निर्माण किया है। चीन का मानना है कि इस नए रेल ट्रैक से क्षेत्रीय आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
हाई स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन
इस रेल ट्रैक का उद्घाटन सोमवार को हुआ है। 26.75 किलोमीटर लंबी यह रेल लाइन मतारा और सर्दन श्रीलंका के बेलियाट्टा को आपस में जोड़ता है। इस रेलवे ट्रेक को चाइना रेलवे ग्रुप 5 (सीआर5) ने तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट को एक्सपोर्ट-इंपोर्ट (एग्जिम) बैंक ने इसके लिए फंड मुहैया कराया था। चीनी मीडिया की ओर से बताया गया है कि इस रेल ट्रैक का बड़ा हिस्सा चाइना रेलवे ग्रुप 5 और सेंट्रल इंजीनियरिंग कंसलटेंसी ब्यूरो (सीईसीबी) की ओर से तैयार किया है। सीईसीबी ने इस रेल ट्रैक के लिए बतौर सलाहकार काम किया। इस ट्रैक पर ट्रेन 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ सकती हैं और यह श्रीलंका में किसी ट्रेन की अधिकतम स्पीड है।
सन् 1948 में हुआ है श्रीलंका आजाद
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने भी इस पर आधिकारिक बयान जारी किया है। कांग ने कहा, 'जी हां श्रीलंका में सर्दन रेलवे के पहले फेज की एक्सटेंशन लाइन का कॉन्ट्रैक्ट श्रीलंका में बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव के तहत एक चीनी कंपनी को दिया गया है। यह आजादी के बाद श्रीलंका में यह पहला रेल नेटवर्क है जिसका निर्माण हुआ है। श्रीलंका को साल 1948 में आजादी मिली थी। लू कांग के मुताबिक यह नया रेल ट्रैक श्रीलंका के क्षेत्रीय ट्रांसपोर्टेशन को और बढ़ाएगा। उन्होंने बताया कि यह आधिकारिक तौर पर ऑपरेशनल हो चुका है और श्रीलंका के लोग इससे काफी खुश हैं। लू ने हालांकि फंडिंग की रकम के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
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