भारत-अमेरिका के सैन्य अभ्यास से बौखलाया 'ड्रैगन', कहा, तीसरे पक्ष की 'एंट्री' बर्दाश्त नहीं करेंगे
अक्टूबर में विवादित चीन-भारत सीमा के पास भारत और अमेरिका के बीच होने वाले सैन्य अभ्यास का चीन ने गुरुवार को कड़ा विरोध किया है।
बीजिंग, 25 अगस्त: चीन अक्टूबर में होने वाले अमेरिका-भारत सैन्य अभ्यास से काफी बौखलाया हुआ है। दरअसल, चीन के अनुसार विवादित चीन-भारत सीमा के पास सैन्य अभ्यास नई दिल्ली और बीजिंग के बीच हुए समझौता का उल्लंघन है। चीन ने कहा है कि, समझौते के मुताबिक, वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास किसी तरह का सैन्य अभ्यास नहीं किया जाएगा।
चीन ने सैन्य अभ्यास का किया विरोध
अक्टूबर में विवादित चीन-भारत सीमा के पास भारत और अमेरिका के बीच होने वाले सैन्य अभ्यास का चीन ने गुरुवार को कड़ा विरोध किया है। चीन ने कहा कि ये दोनों देशों के बीच हुए समझौता का उल्लंघन है। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल टैन केफेई ने गुरुवार को मंत्रालय की मासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ड्रिल पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'हम किसी भी रूप में चीन-भारत सीमा मुद्दे में हस्तक्षेप करने के लिए किसी भी तीसरे पक्ष का कड़ा विरोध करते हैं।
चीन अभी से बौखलाया हुआ है
अभी तो अमेरिका और भारत के बीच होने वाले सैन्य अभ्यास की कोई आधिकारिक पुष्टि भी नहीं हुई है, चीन तो अभी से बौखलाया हुआ है। खबर के मुताबिक, भारतीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की कई रिपोर्टों में कहा गया है कि, दोनों देशों की सेना अक्टूबर में उत्तराखंड के औली में एलएसी से लगभग 100 किमी दूर एक संयुक्त सैन्य अभ्यास में भाग लेंगे।
ड्रिल का 18 वां संस्करण
खबर के मुतबिक, यह "युद्ध अभ्यास" ड्रिल का 18 वां संस्करण होगा, जो अमेरिका और भारत के सैनिकों के बीच आयोजित की जाएगी। यह सैन्य अभ्यास उत्तराखंड के हिमालय पर्वतों पर 10,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर आयोजित किया जाएगा।
सीमा पर तनाव के बीच होगा सैन्य अभ्यास
बता दें कि, यह सैन्य अभ्यास पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच आयोजित होने जा रहा है। बता दें कि, पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन और भारत के हजारों सैनिक हथियारों के साथ तैनात हैं। अभ्यास पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा घर्षण की पृष्ठभूमि में होगा, जिसमें दोनों पक्षों ने एलएसी के साथ हजारों सैनिकों और भारी हथियारों को तैनात किया है।
भारत का वज्र प्रहार....
बता दें कि, कुछ दिन पहले ही भारत और चीन के बीच LAC पर तनाव के बीच हिमाचल प्रदेश में चीनी सीमा के पास भारतीय जवानों ने आसमान में अपना दम दिखाया है। हिमाचल प्रदेश में चीन की सीमा से कुछ ही दूरी पर भारतीय और अमेरिकी सेना के साथ मिलकर युद्धाभ्यास जारी है। भारतीय सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ने शनिवार को एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें आप देख सकते हैं कि, भारतीय और यूएस आर्मी के विशेष बल संयुक्त अभ्यास के दौरान GPADS का उपयोग करके लोड को सटीक रूप से गिराने और हजारों फीट की ऊंचाई से फ्रीफॉल मुकाबला का अभ्यास किया। 'व्रज प्रहार'में दोनों देशों की सेनाएं एरियल इंसर्शन और कॉम्बैट फ्रीफॉल का अभ्यास करते दिखाई दे रहे हैं। इसके तहत जवान हेलीकॉप्टर से पैराशूट की मदद से कई फीट ऊपर आसमान से छलांग लगाते दिखाई दे रहे हैं, इतना ही नहीं हथियारों को भी पैराशूट की सहायत से तय लोकेशन पर गिराया जा रहा है। सेना की यह नीति किसी भी युद्ध के वक्त काफी कारगार साबित होती है।
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