भारत से आयात होने वाली कैंसर दवाइयों पर चीन ने टैक्स घटाया
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच एक समझौता हुआ है, जिसमें दोनों देशों ने आयात होने वाली दवाइयों पर लगने वाले टेक्स को कम कर दिया है। खासकर चीन ने भारत से आयात होने वाली कैंसर दवाइयों पर लगने वाले टैक्स को घटाने का फैसला लिया है। हाल ही में चीन की फिल्म में ल्यूकीमिया से जूझ रहे मरीज को दिखाया गया था कि अगर भारत से कैंसर की दवाइयों को आयात किया जाए तो इसकी समस्या का समाधान हो सकता है। चीन के विदेश मंत्री ने सोमवार को भारत से कैंसर दवाइयों पर लगने वाले टैक्स को घटाने का फैसला लिया है।
हालांकि, अभी तक चीन की सरकार ने अपने विशाल मार्केट में कैंसर की दवाइयों को बेचने के लिए भारतीय कंपनियों लाइसेंस पर सहमति नहीं जताई है। अगर चीन यह कदम उठाती है, भारतीय कंपनियों के लिए यह एक बहुत बड़ा फायदा हो सकता है।
चीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 40 लाख 30 हजार चीनी लोग हर साल कैंसर से पीड़ित होते हैं। भारतीय कैंसर दवाइयों की सबसे ज्यादा मांग में चीन में लगातार बढ़ रही है। इसका कारण भारतीय कैंसर की दवाइयों की कीमत पश्चिमी देशों के मुकाबले कम होना है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'हम चीन और भारत की दवाइयों पर टैरिफ में कमी पर समझौते पर पहुंच गए हैं। हम मानते हैं कि आयात के विस्तार और कैंसर विरोधी दवाओं पर टैरिफ की कमी से भारत और अन्य देशों के लिए भी बहुत अच्छे अवसर मिलेंगे।'