UN में चौथी बार चीन ने लगाया अड़ंगा, मसूद अजहर के खिलाफ प्रस्ताव रद्द
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नई दिल्ली। चीन ने एक बार फिर जैश प्रमुख मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचा लिया है। चीन ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित होने से बचा लिया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर के खिलाफ फ्रांस, अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे बड़े देशों ने प्रस्ताव दिया था। मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर रोक लगाने के लिए चीन के पास आज रात 12.30 बजे तक का समय था।
मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर फैसले से कुछ मिनट पहले चीन ने वीटो का इस्तेमाल करते हुए प्रस्ताव पर रोक लगा दी। 2017 में भी चीन ने अड़ंगा लगाकर जैश सरगना मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित होने से बचा लिया था। उस वक्त चीन ने मसूद के पक्ष में तर्क दिया था कि वह बहुत बीमार है और अब ऐक्टिव नहीं है और ना ही वह जैश का सरगना है।
बुधवार को यूएनएससी की '1267 समिति' द्वारा इस प्रस्ताव को उठाये जाने की उम्मीद है। UNSC द्वारा 1267 ग्लोबल आतंकियों की लिस्ट में मसूद अजहर का नाम शामिल करने की डेडलाइन के मद्दनेजर इस मुद्दे पर कई देशों ने भारत का समर्थन किया था। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने के लिए 10 से अधिक देशों ने भारत का समर्थन किया था।
लेकिन चीन ने एक बार फिर वीटो का इस्तेमाल कर उसका नाम आतंकियों की लिस्ट में शामिल होने से बचा लिया भारत और यूएनएससी के अन्य सदस्यों द्वारा लाये गये इस तरह के प्रस्तावों पर 3 बार चीन पहले भी वीटो का इस्तेमाल कर चुका है।विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन के रवैये से निराशा हुई। आतंकियों के खिलाफ हमारी कोशिशें जारी रहेंगी। मसूद अजहर भारत में हुए कई आतंकी हमलों में शामिल है। उसे आतंकवादी घोषित करने तक हम हर संभव रास्ता अपनाएंगे।
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