चुनावों से पहले कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो ने अपनी 18 साल पुरानी फोटोग्राफ के लिए कहा है सॉरी
ओट्टावा। कनाडा में एक हफ्ते बाद चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों से पहले प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक ऐसी फोटोग्राफ के लिए सॉरी कहा है जो 18 साल पुरानी है। यह उस स्कूल की फोटोग्राफ है जहां पर ट्रूडो पढ़ाते थे। साल 2001 की इस फोटोग्राफ के ट्रूडो ने बुधवार को सॉरी कहा है। ट्रूडो, कनाडा की लिबरल पाटी के नेता और उनके सामने कंजरवेटिव पार्टी के नेता 40 वर्षीय एंड्रूय शीर हैं। दोनों के बीच इन चुनावों में कांटे की टक्कर है। इस फोटोग्राफ को अमेरिकी मैगजीन टाइम ने रिलीज किया है।
ट्रूडो पर लगा नस्लवाद का आरोप
जो तस्वीर टाइम मैगजीन ने रिलीज की है उसमें ट्रूडो को चेहरे पर काले रंग का मेकअप किए हुए देखा जा सकता है। साल 2015 में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली ट्रुडू की पार्टी, नैतिकता की कमी और बाकी मुद्दों को लेकर पहले से ही निशाने पर है। काले-सफेद रंग की इस फोटोग्राफ ट्रूडो एक पगड़ी पहने हुए और उन्होंने गर्दन और हाथों का रंग गहरा कर रखा है। ट्रूडो की इस तस्वीर को रंगभेद का बढ़ावा देने वाली तस्वीर कहा जा रहा है। टाइम मैगजीन के मुताबिक यह फोटोग्राफ स्कूल वेस्ट प्वाइंट ग्रे एकेडमी की 2000-2001 एनुअल बुक में पब्लिश हुई थी। ट्रूडू उस समय इसी स्कूल में पढ़ाते थे।
ट्रूडो बोले ऐसा नहीं करना था
ट्रुडू ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि फोटो कि इस फोटो में जो व्यक्ति नजर आ रहा है, वह वहीं हैं। उन्होंने टीवी पर टेलीकास्ट हुई मीडिया कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैंने अपनी पूरी जिंदगी लोगों के लिए मौके पैदा करने, नस्लवाद और असहिष्णुता के खिलाफ लड़ने की कोशिश पर काम किया है।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं कह सकता हूं कि मैं जब युवा था तब मैंने गलती की और काश मुझसे यह गलती न हुई होती। मुझे ये बात उस समय समझनी चाहिए थी लेकिन मैंने नहीं समझी और मैं इसके लिए बहुत शर्मिंदा हूं।' ट्रुडू के मुताबिक उन्हें अब जाकर समझ आया है कि उन्होंने उस समय जो कुछ भी किया नस्लीय था और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।