भांग को कानूनी मान्यता देने वाला पहला अमीर देश बना कनाडा, अमेरिका रह गया पीछे
कनाडा दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है जिसने चरस को कानूनी मान्यता दे दी है। मंगलवार को कनाडा की सीनेट ने बिल सी-45 को मंजूरी दी है जिसे कैनाबिस एक्ट के नाम से भी जानते हैं। इस बिल को पहले ही हाउस ऑफ कामंस की तरफ से मान्यता मिल चुकी थी। अब सीनेट की मंजूरी का मतलब है कि बिल कानून में बदल जाएगा।
ओटावा। कनाडा दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है जिसने चरस को कानूनी मान्यता दे दी है। मंगलवार को कनाडा की सीनेट ने बिल सी-45 को मंजूरी दी है जिसे कैनाबिस एक्ट के नाम से भी जानते हैं। इस बिल को पहले ही हाउस ऑफ कामंस की तरफ से मान्यता मिल चुकी थी। अब सीनेट की मंजूरी का मतलब है कि बिल कानून में बदल जाएगा।
चरस रखना और उगाना अब कानूनी
इस बिल के तहत व्यस्कों को घर में चरस रखने, उगाने और इसे बेचने की कानूनी मंजूरी मिल गई है। सरकार अब इस पर नजर रखेगी कि कहीं चरस नाबालिगों को तो नहीं बेची जा रही है। अगर ऐसा होगा तो फिर आपराधिक मुकदमा चलाया जा सकेगा। प्रांतीय सरकारें इसकी बिक्री, वितरण और इसके उत्पादकों को मान्यता देंगी। प्रांतीय सरकार के पास अब मौका है कि वे कड़े नियम लागू कर सकें जैसे न्यूनतम उम्र को बढ़ाना। कनाडा के इस कदम ने अमेरिका को हैरान कर दिया है। अमेरिका में हालांकि पहले ही नौ राज्यों में चरस को शौकिया प्रयोग और 29 राज्यों में चिकित्सीय जरूरत को पूरा करने के तहत मंजूरी दी गई है। कनाडा इसलिए रिकॉर्ड बुक में है क्योंकि उसने एक देश के तौर पर इसे कानूनी मान्यता दी है। जबकि अमेरिका में राज्यों के स्तर पर इसे मान्यता मिली है। इससे पहले साउथ अमेरिका का देश उरुग्वे दुनिया का पहला ऐसा देश था जिसने शौक के लिए चरस के प्रयोग को कानूनी मंजूरी दी थी। साल 2015 में जब प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो चुनाव के मैदान में थे तो चरस को कानूनी मान्यता देना उनकी पार्टी के एजेंडे में सबसे ऊपर था।