क्या 2016 में अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार पर उभरे ट्रंप, महामारी पर 2020 में गंवा सकते हैं कुर्सी?
नई दिल्ली। एक आजीवन रिपब्लिकन और उत्तर पूर्व ओहियो से उपनगरीय मां तान्या वोजिशक जैसे स्टेट वोटर को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनावी युद्ध के मैदान में खोने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं, लेकिन लगता है ऐसा हो चुका है, क्योंकि 39 वर्षीय वोजिशिक राष्ट्रपति ट्रंप के नोवल कोरोनावायरस संकट से निपटने के तरीके से काफी नाराज़ है, जिसने अब तक कुल 2 लाख 19000 से अधिक अमेरिकियों की जान ले लीहै। मौत का यह आंकड़ा किसी भी देश में हुई मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
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मुझे ट्रंप को चार साल पहले वोट देने का पछतावा है: तान्या वोजिशक
39 वर्षीय तान्या वोजिशक ने आगे कहती है, मैंने अप्रैल में महामारी में अपना एक दोस्त खो दिया है। ट्रंप ने मास्क का उपयोग किया और कोरोनावायरस की गंभीरता को कम करने का बार-बार प्रयास किया। कोरोना पॉजिटिव होने और उनके अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी ट्रंप अब बिल्कुल राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लायक नहीं रह गए हैं। बकौल वोजिशेक, मुझे ट्रंप को चार साल पहले वोट देने का पछतावा है।
2016 के बाद बाइडेन के लिए वोट कर रहे हैं पेनसिल्वेनिया के बोंगियोर्नो
बांगोर, पेनसिल्वेनिया में कुछ 340 मील (547 किमी) पूर्व में रहने वाले लियो बोंगियोर्नो कहते हैं कि वह भी 2016 की प्रतियोगिता से बाहर होने के बाद बाइडेन के लिए मतदान कर रहे हैं। जून में पेंसिल्वेनिया में प्रतिबंधों को कम करने के बाद बोंगीओर्नो में उनके बैंगर ट्रस्ट ब्रूइंग में ग्राहक दुर्लभ थे। राज्य में दैनिक कोरोना संक्रमण इस महीने के मध्य अप्रैल के बाद से अपने उच्चतम योगों तक पहुंच गया। बकौल बोंजियोर्नो, मेरे कई नियमित रूप से बार में जाने से बहुत घबराते हैं। मुझे जो संघीय राहत ऋण मिला था, वह बेहद कम था। अमेरिका को एक ऐसे राष्ट्रपति की जरूरत है, जो समझता है कि छोटे व्यवसायों को महामारी से बचने के लिए क्या करना चाहिए, और यह ट्रम्प नहीं है।
2016 में ओहियो और पेनसिल्वेनिया ने ट्रंप को व्हाइट हाउस पहुंचाया था
गौरतलब है वर्ष 2016 में राष्ट्रपति चुनाव में ओहियो और पेनसिल्वेनिया सहित रस्ट बेल्ट युद्ध के मैदान ने डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस पहुंचाया था और वो फिर से 3 नवंबर के चुनाव का फैसला करेंगे। चार साल पहले ट्रंप के आर्थिक पुनरोद्धार के संदेश ने कई श्वेत, मजदूर वर्ग के वोट दिलाए, जिन्होंने 2012 में डेमोक्रेट बराक ओबामा के लिए वोट डाला था।
2020 में ओहियो और पेनसिल्वेनिया में ट्रंप के लिए समर्थन फिसल रहा है
माना जाता है कि ये वो मतदाता थे, जिनमें से कई राष्ट्रपति के प्रति वफादार रहते हैं। फिर भी इस वर्ष इन राज्यों में ट्रंप के लिए समर्थन फिसल रहा है, जिसके लिए महामारी एक बड़ा कारण है। मतदान के आंकड़े बताते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 की रेस के लिए कोरोना महामारी पर राष्ट्रपति ट्रंप का रवैया एक जनमत संग्रह बन गई है।