कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की स्टडी में मोदी सरकार की तारीफ, कोरोना रोकने के उपायों को बताया कारगर
नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 52 लाख के पार पहुंच चुकी है। हालात अब ऐसे है कि रोजाना 95 हजार से ज्यादा कोरोना के पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। जिसको लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। इस बीच कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट ने मोदी सरकार को राहत दी है, जिसमें उनकी नीतियों को काफी कारगर माना गया है। साथ ही लॉकडाउन समेत अन्य फैसलों की भी सराहना की गई है।
कैम्ब्रिज के एनालिसिस में पता चला कि आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों के बाद भी पीएम मोदी ने एक अरब से ज्यादा लोगों को घरों में रहने के लिए प्रेरित किया है। इसके साथ ही वो कोरोना काल में जनता के बीच बने रहे और जरूरी फैसले बिना देरी के लेते रहे। स्टडी में शामिल असिस्टेंट प्रोफेसर रोनिना बर्धन के बताया कि भारत ने कोरोना काल में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा है, जबकि पश्चिमी देशों में ये चीजें पहले से ही थीं। वहीं प्रधानमंत्री ने पीएम केयर्स फंड भी बनाया, साथ ही उनके ही आह्वान पर लोगों ने उसमें दान भी दिया।
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वहीं स्टडी में शामिल रमित देबनाथ के मुताबिक मोदी सरकार ने कोरोना को रोकने और लोगों को जागरुक करने के लिए मीडिया का प्रभावी तरीके से इस्तेमाल किया। इसके अलावा हेल्थ, फार्मा, इकोनॉमिक आदि सेक्टर से जुड़े बड़े फैसले लिए। उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसे चीजों को लेकर जनता को जागरुक भी किया। वहीं कई रेलवे कोच को कम वक्त में आइसोलेशन कोच में बदल दिया गया। स्टडी के मुताबिक पीपीई समेत मेडिकल से जुड़ी चीजों का उत्पादन कर भारत खुद तो आत्मनिर्भर बना ही, साथ ही कई अन्य देशों में भी मदद पहुंचाई। ये सरकार की ही कोशिशों का नतीजा था कि आर्थिक दिक्कतों के बावजूद लोगों ने लॉकडाउन का पालन किया और घर पर ही रहे। इसके अलावा स्टडी में रामायण, महाभारत सीरियल के दोबारा शुरू होने का भी जिक्र है।