ब्रिटेन की संसद ने दूसरी बार थेरेसा मे के ब्रेग्जिट प्रस्ताव को खारिज किया
लंदन। ब्रिटेन की संसद ने एक बार फिर से ब्रेग्जिट करार को खारिज कर दिया है। तमाम सांसदों ने देर रात प्रधानमंत्री थेरेसा मे के ब्रेग्जिट करार को सिरे से खारिज कर दिया। यूरोपीय संघ से अलग होने की तय तारीख में अब महज 17 दिन का समय बचा है, ऐसे में जिस तरह से एक बार फिर से ब्रिटेन की संसद ने प्रधानमंत्री थेरेसा मे के ब्रेग्जिट करार को खारिज किया है उसके बाद देश में अनिश्चितता का माहौल है। ब्रिटेन की संसद के निचले सदन हाऊस ऑफ कॉमंस ने ब्रेग्जिट करार के विरोध में 391 वोट दिया, जबकि इसके पक्ष में केवल 242 वोट पड़े, जिसके बाद यह करार एक बार फिर से खारिज हो गया।
इससे पहले ब्रेग्जिट पर यूरोपीय यूनियन से वार्ता को लेकर ब्रिटेन की संसद में थेरेसा मे के प्रस्ताव के खिलाफ 303 सांसदों ने वोट किया था। इस हार के बाद थेरेसा मे ईयू से वार्ता के लिए दबाव नहीं डाल सकती हैं। संसद में हार के बाद लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने कहा कि थेरेसा को अपनी नाकाम ब्रेक्सिट पॉलिसी को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मे अगर ब्रेक्सिट मामले को लेकर नई योजना के साथ आती हैं, तो संसद पर इस पर विचार कर सकता है।
आपको
बता
दें
कि
ब्रिटेन
29
मार्च
को
ब्रेग्जिट
से
बाहर
हो
जाएगा।
इससे
पहले
यूनाइटेड
किंगडम
की
संसद
में
ब्रेग्जिट
पर
एतिहासिक
वोटिंग
हुई
थी।
23
जून
2016
को
यूके
में
एक
जनमत
संग्रह
हुआ
और
यह
इस
बात
से
जुड़ा
था
कि
इसे
ईयू
का
हिस्सा
रहना
चाहिए
या
फिर
इसे
छोड़
देना
चाहिए।
इस
जनमत
संग्रह
में
52
प्रतिशत
लोगों
ने
वोट
किया
और
कहा
कि
यूके
को
ईयू
से
बाहर
आ
जाना
चाहिए।
वहीं
48
प्रतिशत
लोगों
ने
इसमें
बने
रहने
के
पक्ष
में
वोट
किया।
सुबह
4:45
मिनट
तक
लोगों
ने
वोट
किया
और
इसे
फाइनल
माना
गया
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