ब्रिटेन के अर्थशास्त्री बोले-शुक्र है Coronavirus भारत से दूसरे देशों में नहीं गया, लोग बोले इनका वीजा कैंसिल करो
लंदन।
ब्रिटेन
के
इकोनॉमिस्ट
जिम
ओ
नील
को
इस
समय
भारतीयों
के
गुस्से
से
दो-चार
होना
पड़
रहा
है।
जिम
जो
कि
गोल्डमैन
सैक्स
के
चीफ
रह
चुके
हैं
और
इस
समय
यूके
के
थिंक
टैंक
चैथम
हाउस
के
मुखिया
है,
उन्होंने
बुधवार
को
भारत
पर
एक
ऐसी
टिप्पणी
कर
दी
है
जो
वाकई
हकीकत
से
दूर
है।
जिम
ने
कोरोना
वायरस
से
निपटने
के
लिए
चीन
की
तारीफ
की
तो
यह
भी
कहा
कि
अच्छा
हुआ
यह
समस्या
भारत
से
नहीं
उपजी
है।
उनकी
इस
प्रतिक्रिया
के
बाद
लोग
अब
विदेश
मंत्रालय
से
मांग
कर
रहे
हैं
कि
उनका
वीजा
कैंसिल
किया
जाए।
यह भी पढ़ें-Corona: फ्रेंच राष्ट्रपति मैंक्रो भी बोले अब हेलो नहीं नमस्ते
भारत के पास नहीं है इतना क्षमता
जिम ने कहा, 'भगवान का शुक्र है महामारी भारत जैसे देशों से शुरू नहीं हुई क्योंकि जिस तरह की गुणवत्ता से चीन ने इसका सामना किया है उस तरह से भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था इसका सामना नहीं कर सकती थी।' आपको बता दें कि अभी तक भारत में कोरोना वायरस के 73 मामलों की पुष्टि हुई है तो वहीं यूके में दो लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों लोग इससे संक्रमित हैं। नील ने कहा कि दुनिया के कई देशों को चीन से सीखना चाहिए और जिस तरह से वह इस समस्या को दूर कर रहा है, वही तरीके पश्चिमी देशों को भी अपनाने चाहिए।
बयान को कुछ ने बताया असंवेदनशील
नील, सीएनबीसी के कार्यक्रम 'स्क्वाक बॉक्स यूरोप' में मौजूद थे। यहीं पर उन्होंने यह टिप्पणी की है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दबाव और वुहान के अधिकारियों की जिम्मेदारी की वजह से कोविड-19 को शुरुआत में ही दुनिया में फैलने से रोक लिया गया। उन्होंने कहा कि चीन की सिस्टम इस तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए समर्थ है। कुछ लोग नील के इस बयान को असंवेदनशील तक करार दे रहे हैं।
क्या कर रही है भारत सरकार
भारत सरकार की तरफ से कोरोना वायरस से निबटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। सरकार ने विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव दामू रावी को कोविड को-ऑर्डिनेटर के तौर पर नियुक्त किया है। रावी सरकार के प्रयासों पर नजर रख रहे हैं। इसके अलावा सरकार ने 15 अप्रैल 2020 तक सभी तरह के वीजा कैंसिल कर दिए हैं। सिर्फ डिप्लोमैटिक और इंप्लॉयमेंट वीजा ही इस अवधि में जारी किए जाएंगे। इसके अलावा विदेशी यात्रा को लेकर नागरिको के लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई है। सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि अगर संभव हो तो गैर-जरूरी विदेशी यात्रा को टाल दें।
|
अब तक 4000 से ज्यादा की मौत
इन सबसे अलग पर्यटक और दूसरे व्यक्ति जो 15 फरवरी के बाद चीन, इटली, ईरान, कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से होकर आए हैं, उन्हें क्वारटाइन करके रखा गया है। कुछ राज्यों में प्राइमरी स्कूल, आंगनवाड़ी और सिनेमा हाल्स 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की तरफ से कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया जा चुका है। डब्लूएचओ ने कहा है कि यह महामारी मौसमी बुखार की तुलना मे 10 गुना ज्यादा खतरनाक है। अब तक दुनिया में 126,000 लोग इससे संक्रमित हैं और 4,624 लोगों की जान चली गई है।