ब्रिटेन को उम्मीद UN में जल्द ही ग्लोबल आतंकी घोषित होगा जैश सरगना मसूद अजहर
लंदन। ब्रिटेन इस बात को लेकर आशावान है कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर यूनाइटेड नेशंस (यूएन) पर जल्द प्रतिबंध लगेगा। शु्क्रवार को ब्रिटेन की ओर से कहा गया है कि वह न सिर्फ मसूद अजहर पर बड़े कदम को लेकर उम्मीद लगाए है बल्कि वह पाकिस्तान पर लगातार दबाव डाल रहा है कि आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक लड़ाई शुरू की जाए।
कब विरोध बंद करेगा चीन
भारत में ब्रिटिश हाई कमिश्नर डोमिनिक ऐसक्वीथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलवामा आतंकी हमला और इसके बाद के घटनाक्रमों के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को कम करने में ब्रिटेन सक्रियता से शामिल रहा था। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन यह देखना चाहते है कि इसमें अडंगा डाल रहा देश, चीन, अपना विरोध कब बंद करता है और हम इसे लेकर आशावादी हैं। वहीं चीन ने पिछले दिनों कहा है कि उसे जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के मुद्दे पर अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की तरफ से 23 अप्रैल का कोई भी अल्टीमेटम नहीं मिला। ऐसी खबरें आई थीं कि अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने चीन को दो टूक कहा है कि वह मसूद अजहर पर लगाए गए टेक्निकल होल्ड को खत्म करने की एक समयसीमा तय करे।
चीन ने कहा कि यह मुद्दा यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में अब धीरे-धीरे सुलझने की ओर बढ़ रहा है। 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही जैश सरगना को बैन करने की मांग उठने लगी है। इस हमले की जिम्मेदारी मसूद अजहर के संगठन जैश ने ही ली थी। चीन ने अजहर को 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव पर टेक्निकल होल्ड लगाकर चौथी बार अड़ंगा डाल दिया था।
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