ब्रेग्जिट: ब्रिटेन की संसद में पीएम थेरेसा मे ने हासिल किया विश्वासमत, बचाई कुर्सी
लंदन। ब्रिटेन की संसद में बुधवार को ब्रेग्जिट मुद्दे पर विश्वासमत के लिए वोट डाला गया और प्रधानमंत्री थेरेसा मे के लिए गुड न्यूज है कि उन्होंने सदन में विश्वासमत हासिल कर लिया है। मे के लिए यह बहुत बड़ा टेस्ट था क्योंकि इसी मुद्दे पर पूर्व पीएम डेविड कैमरुन की कुर्सी चली गई थी। मे को यह बात थोड़ी परेशान कर सकती है कि उन्हें अपने एक तिहाई साथियों का सहयोग नहीं मिला।
117 सांसदों ने पक्ष में किया वोट
उनके खिलाफ बुधवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। मे के समर्थन में 200 कंजर्वेटिव सांसदों ने वोट किया लेकिन 117 मत उनके पक्ष में पड़े। संसद में मिले जरूरी समर्थन के चलते वह फिलहाल अपने पद पर बनी रह सकती हैं। मे ने इसके साथ ही एक सबसे मुश्किल साल को पार कर लिया है।विश्वासमत हासिल करने के बाद थेरेसा मे ने मीडिया से कहा कि संसद में सहयोग के लिए सांसदों की आभारी हैं। मे ने यह वादा किया कि जिन सांसदों ने उनके खिलाफ वोट किया है, उन पर वह गौर करेंगी। मे ने कहा कि जिन लोगों ने साल 2016 में उनके लिए वोट किया था, वह उनके सभी वादों को पूरा करना चाहती हैं।
साल 2022 में जताई है चुनाव न लड़ने की इच्छा
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने अपने नेतृत्व के पक्ष में विश्वास प्रस्ताव पर सांसदों से समर्थन मांगते हुए उनसे कहा कि था उनकी साल 2022 के चुनाव से पहले पद छोड़ने की योजना है। बंद कमरे में हुई बैठक के बाद कंजर्वेटिव पार्टी के सासंद एलेक शेलब्रुक ने मीडिया से कहा, 'उन्होंने कहा कि उनका 2022 के चुनाव में नेतृत्व करने का इरादा नहीं है।' वहीं, कैबिनेट मंत्री अंबेर रड ने इस बात की पुष्टि की कि मे ने अगले चुनाव में नहीं उतरने की बात कही। मे के आलोचकों को कहना है कि एक तिहाई सांसदों ने उनके खिलाफ वोट किया है और यह बात उनके लिए चिंता का विषय हो सकती है। 48 सांसद मे के खिलाफ हैं और ये सांसद उनकी ब्रेग्जिट नीति से निराश हैं। 13 दिसंबर को यूरोपियन यूनियन का एक सम्मेलन होने वाला है और अब इस सम्मेलन में ब्रिटेन की पीएम मे की बड़ी परीक्षा है।