विशेष विमान से भारत आने के लिए खरीदा था 22500 रुपए की टिकट, दुबई एयरपोर्ट पर ही सोता रह गया
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट में दुनियाभर के देशों में फंसे अपने नागरिकों के वतन वापसी के लिए भारत सरकार ने 'वंदे भारत अभियान' की शुरूआत की है। इस अभियान के तहत सरकार अब तक 4.75 लाख से अधिक भारतीयों को विदेश से वापस ला चुकी है। अभी भी काफी लोग दूसरे देशों में फंसे हैं जो भारत आना चाहते हैं। कोरोना वायरस महामारी से पहले किसी की ट्रेंन, बस या प्लेन छूट जाना आम बात मानी जा सकती है लेकिन एक जनाब को दुबई से विशेष विमान में भारत वापस लौटना था फिर भी वह इतने गैरजिम्मेदार निकले की उनकी फ्लाइट छूट गई।
जंबो जेट को किराए पर लिया गया था
दरअसल, गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक दुबई के अबु धाबी में स्टोरकीपर का काम करने वाले पी शारजहां इमिरेट्स जंबो जेट से तिरुवनंतपुरम लौटने वाले थे। इस विशेष उड़ान की व्यवस्था केरल मुस्लिम सांस्कृतिक केंद्र (केएमसीसी) दुबई ने की थी। ऐसा पहली बार था जब घर वापसी के लिए पहली बार जंबो जेट को किराए पर लिया गया था। इसके बावजूद पी शारजहां अपनी नींद पर काबू नहीं रख पाए और एयरपोर्ट पर ही सो गए। इसके चलते विमान भारत आ गया लेकिन वह दुबई में ही रह गए।
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टिकट पर 300 डॉलर किए थे खर्च
रिपोर्ट के मुताबिक वतन वापसी के लिए किराए पर बुक किए गए विमान में प्रति व्यक्ति की टिकट 1100 दिरहम (करीब 22500 भारतीय रुपए) थी, पी शारजहां ने भी इतनी ही रकम खर्च की थी। पी शारजहां के मुताबिक वह पिछली रात से सोए नहीं थे क्योंकि उन्हें देर रात तक जंबो जेट में अपनी टिकट के कन्फर्म होने की प्रतीक्षा में बैठे रहे। बता दें कि दुबई से यह जंबो जेट 427 भारतीयों को लेकर केरल के लिए रवाना हुआ था।
शारजहां का पता नहीं लगा सके अधिकारी
विमान में सवार होने के लिए पी शारजहां सुबह हवाई अड्डे तो पहुंचे लेकिन चेक-इन तथा त्वरित जांच की प्रक्रिया पूरी करने के बाद स्थानीय समय के अनुसार दोपहर करीब दो बजे टर्मिनल तीन में प्रतीक्षा क्षेत्र में झपकी लेने के इरादे से लेट गए। लेकिन इस बीच उन्हें कब नींद आ गई पता ही नहीं चला, इतना ही नहीं पी शारजहां अपने साथी यात्रियों से अगल बैठे थे जिससे उन्हें कोई उठाने भी नहीं आया। चार्टर्ड विमान के लिए समन्वय कर रहे एस. निजामुद्दीन कोल्लम के मुताबिक विमान के उड़ान भरने से पहले अधिकारी शारजहां का पता नहीं लगा सके।
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