Iran: 25 सेकेंड के अंदर 2 मिसाइलों ने किया था यूक्रेन के जेट पर हमला, ब्लैक बॉक्स ने बताई डराने वाली कहानी
तेहरान। इस वर्ष की शुरुआत में ईरान में यूक्रेन का एक पैसेंजर जेट क्रैश हो गया था। तेहरान स्थित इमाम खोमनेई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से टेक ऑफ करते ही यूक्रेन का यह जेट क्रैश हो गया और इसमें सवार सभी 176 लोगों की मौत हो गई थी। आठ जनवरी यह जेट क्रैश हुआ उसके कुछ ही दिन पहले ही अमेरिका ने ईरान के सुप्रीम मिलिट्री लीडर कमांडर कासिम को मार दिया था। अब इस जेट का ब्लैक बॉक्स रिकवर कर लिया गया है। ब्लैक बॉक्स से जो जानकारी मिली है वह चौंकाने वाली हैं। अधिकारियों की मानें जो जेट पर दो मिसाइल्स ने हमला किया था।
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ईरान ने फ्रांस भेजा था ब्लैक बॉक्स
ईरान की तरफ से ब्लैक बॉक्स को जांच के लिए फ्रांस भेजा गया था। उसकी तरफ से हादसे के बाद ही यह बात मान ली गई थी कि 'अनजाने' में यूक्रेन के पैसेंजर जेट को निशाना बनाया था। रविवार को ईरान के अधिकारियों ने बताया है कि 25 सेकेंड्स के अंदर दो मिसाइल्स ने प्लेन को निशाना बनाया था। सिर्फ इतना ही नहीं हमला होने के बाद भी दोनों पायलट्स कुछ मिनटों के लिए जिंदा थे। यह जेट यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था। ईरान की मिलिट्री की तरफ से जारी बयान में भी 'मानवीय गलती' को क्रैश के लिए जिम्मेदार बताया गया था। ईरान ने कहा था कि जो कोई भी इसके पीछे जिम्मेदार होगा, उसे जरूर सजा दी जाएगी। अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव के बीच ही प्लेन क्रैश ने सबके होश उड़ा दिए थे।
19 सेकेंड के बाद दूसरा हमला
ईरान के सिविल एविएशन अथॉरिटी के मुखिया तोउराज दहघानी झांगनेह ने बताया है कि कॉकपिट व्यॉइस रिकॉर्डर ने दो ब्लास्ट्स के बीच पायलट और को-पायलट और एक इंस्ट्रक्टर के बीच हुई बातचीत को रिकॉर्ड किया है। उन्होंने बताया, '19 सेकेंड के बाद जब पहली मिसाइल ब्लास्ट हुई तो उन्हें कुछ असाधारण स्थितियां महसूस हुई थीं। उस समय एयरक्राफ्ट पूरी तरह से कंट्रोल में थो।' उन्होंने आगे बताया कि इंस्ट्रक्टर ने इशारा किया कि एयरक्राफ्ट में कुछ इलेक्ट्रॉनिक समस्या होगी और ऑक्सीलरी पावर को एक्टिवेट किया जा चुका था। दोनों पायलट्स को बताया गया कि एयरक्राफ्ट के दोनों इंजन ऑन हो चुके हैं। 19 सेकेंड के बाद जब दूसरी मिसाइल का हमला हुआ तो ब्लैक बॉक्स ने काम करना बंद कर दिया था। इस वजह से हिट करने के बाद क्या हुआ, इसका डाटा हासिल करना मुश्किल हो रहा है।
राष्ट्रपति रूहानी बोले एक बड़ी गलती
यह जेट यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस का बोइंग 737-800 था। इसने ईरान की राजधानी तेहरान से यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए टेक ऑफ किया था। जेट पर 167 यात्री और नौ क्रू मेंबर्स थे। जो यात्री प्लेन पर सवार थे उसमें 82 ईरानी और 63 नागरिक कनाडा के थे। जबकि 11 नागरिक यूक्रेन के थे। यूक्रेन अथॉरिटीज ने इस बात की आशंका पहले ही जता दी थी कि प्लेन किसी मिसाइल हमले का शिकार हो गया है। जिस समय यह हादसा हुआ, उससे कुछ घंटे पहले ही ईरान ने अमेरिकी दूतावास पर मिसाइल से हमले किए थे। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा था, 'देश की सेनाओं की तरफ से हुई आंतरिक जांच में निष्कर्ष निकला है कि जेट गलती से एक मिसाइल का निशाना बन गया। रूहानी ने क्रैश को एक ऐसी गलती करार दिया जिसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है।
24,000 फीट की ऊंचाई पर निशाना बना जेट
फ्लाइट रडार 24 साइट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक बोइंग 737-800 को टेक ऑफ करने के बाद रडार पर करीब 24000 मीटर की ऊंचाई पर आखिरी बार देखा गया था। वेबसाइट के मुताबिक ईरान ने जब पड़ोसी इराक में स्थित अमेरिकी दूतावास पर बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया, उसके कुछ ही घंटे बाद इस जेट ने टेक ऑफ किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स की तरफ से एक वीडियो भी जारी किया गया था। इस वीडियो में नजर आ रहा था कि कैसे एक मिसाइल एक जेट को निशाना बनाती है। मिसाइल उस समय जेट से टकराई थी जब वह तेहरान के एयरपोर्ट के करीब स्थित शहर परांद के करीब थी।
एयरपोर्ट की तरफ मुड़ते ही प्लेन में ब्लास्ट
जिस समय मिसाइल टकराई, उस समय जेट में ब्लास्ट नहीं हुआ था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक जेट उड़ता रहा और एयरपोर्ट की तरफ मुड़ गया। एयरपोर्ट की तरफ मुड़ने के बाद प्लेन ने सिग्नल भेजने बंद कर दिए थे। जेट एयरपोर्ट के रास्ते पर ही था जब इसमें आग लग गई और यह ब्लास्ट हो गई। यूक्रेन की इंटेलीजेंस एजेंसी जिसे एसबीयू के नाम से भी जानते हैं, उसने कहा था कि प्लेन क्रैश की वजह कोई आतंकी हमला या फिर मिसाइल अटैक ही है और इसके अलावा उसे इस दुर्घटना में कोई और वजह नजर नहीं आती है।