बांग्लादेश: विपक्ष का सफाया कर शेख हसीना बोलीं- 'जब 2 सीट वाली बीजेपी आ गई पावर में तो आपके पास भी मौका'
ढाका। बांग्लादेश आवामी लीग की मुखिया शेख हसीना लगातार तीसरी बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। रविवार को हुए चुनावों में उनकी पार्टी ने बंपर जीत दर्ज की है और अब वह देश की कमान संभालने को तैयार हैं। बांग्लादेश के आम चुनाव विपक्ष के लिए बड़ा सदमा हैं क्योंकि विपक्ष को सिर्फ सात सीटें ही हासिल हो सकी हैं। जीत के बाद शेख हसीना नेविपक्ष को सांत्वना देने के लिए भारत के सत्ताधारी दल बीजेपी और विपक्ष कांग्रेस का उदाहरण दिया है। शेख हसीना ने कहा है कि जब दो सीटों वाली बीजेपी देश के सिंहासन पर आ सकती है तो फिर दूसरों के पास भी मौका है। जोतिया ओकिया फ्रंट जो बांग्लादेश का मुख्य विपक्ष है और उसे सिर्फ सात सीटें ही हासिल हो सकी हैं। आवामी लीग को 300 में से 288 सीटें यानी 96 प्रतिशत सीटें हासिल हुई हैं। यह भी पढ़ें-जब शेख हसीना को इंदिरा ने भारत में दी थी पनाह
कांग्रेस इस वजह से हारी चुनाव
शेख हसीना सोमवार को आधिकारिक निवास गोनो भाभन पर मीडिया से बात कर रही थीं। वह काफी खुश थीं और उनसे बांग्लादेश की संसद में विपक्ष की नामौजूदगी के बारे में सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कांग्रेस का उदाहरण दिया और कहा, 'पिछले चुनावों में उन्हें कितनी सीटें मिली थीं? वह इस बात पर भी ध्यान नहीं केंद्रित कर पाए कि उनका पीएम कौन होगा। इतनी पुरानी और स्थापित पार्टी लेकिन पार्टी का नेता कौन होगा, किसी को स्पष्ट नहीं था। इसलिए लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया।' इसके बाद हसीना ने आगे कहा, 'आपको याद है जब राजीव गांधी ने चुनाव जीते थे तो बीजेपी के पास सिर्फ दो ही सीटें थीं। अब वह सत्ता में हैं। इसलिए हर पार्टी के लिए मौका है अगर वह सही दिशा में काम करते हैं।' इसके साथ ही वह मुस्कुरा दीं और पार्टी के कार्यकर्ता उनके जवाब पर तालियां बजाने लगे।
आतंकवाद को नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
शेख हसीना ने कहा कि वह कभी यही नहीं सोचती हैं कि वह हमेशा सत्ता में रहेंगी। विपक्ष ने चुनावों में धांधली का आरोप लगाया है। गोनो भाभन, ढाका में है और पार्लियामेंट हाउस के एकदम करीब है। यह जगह बांग्लादेश के पीएम का आधिकारिक निवास है। सोमवार को करीब एक घंटे तक यहां पर हसीना ने मीडिया से बात की जिसमें विदेशी जर्नलिस्ट्स भी शामिल थे। शेख हसीना ने यहां पर कहा कि वह तानाशाही और मिलिट्री शासन को हरगिज स्वीकार नहीं कर सकती हैं। शेख हसीना ने कहा, 'मैं देश को आजाद सोच के साथ चला रही हूं लेकिन आतंकवाद, ड्रग्स और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करूंगी। मैं लोगों को इन बुराईयों से बचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखूंगी।' शेख हसीना ने आतंकवाद का जिक्र करते हुए जमात-ए-इस्लामी पर निशाना साधा और भारत को एक तरह से खुश करने की कोशिश की। वहीं भ्रष्टाचार के मसले पर उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) पर निशाना साधा।
भ्रष्टाचार के बहाने खालिदा जिया पर निशाना
हसीना ने यहां पर अपने पिता को 'फादर ऑफ द नेशन' करार दिया और कहा कि उन्हें भी काफी बुरे अनुभव हुए। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने भगवान का शुक्रिया भी अदा किया और कहा कि वे लोकतंत्र को बचाने में कामयाब हुए हैं। हसीना की मानें तो रविवार को हुए चुनाव उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है। विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए हसीना ने चुनावों को 'शांतिपूर्ण' करार दिया। हसीना ने खालिदा जिया का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास नेता नहीं है क्योंकि वह जेल में है। हसीना का कहना था कि अगर राजनीतिक पार्टी का नेतृत्व ही अपराधी है तो फिर आप पार्टी से क्या उम्मीद कर सकते हैं। हसीना ने अपनी जीत के बारे में कहा कि जनता से पूछा जाए कि उसने, उनके लिए वोट क्यों किया। हसीना ने इसका जवाब भी खुद ही दिया और कहा कि लोगों को विकास पसंद आया और उन्हें इसका फायदा मिल रहा है। कोई सरकार या फिर उनके परिवार का सदस्य इसका फायदा नहीं उठा रहा है।