‘हमें मॉडर्न मुस्लिम बनने की जरूरत, भारत के साथ एक दिन....’ दावोस सम्मेलन में बोले बिलावल भुट्टो
भारत और पाकिस्तान के बीच के संबंध को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक 2022 के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कई बातें कहीं।
दावोस, मई 25: वैसे तो पाकिस्तान के निर्माण के साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच के संबंध कभी भी अच्छे नहीं रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के बीच के संबंध पूरी तरह से ठप पड़ गये हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शासनकाल में भारत के खिलाफ इतने जहर उगले, कि उसका नतीजा ये हुआ, कि भारत ने पाकिस्तान से बात बंद कर दी। हालांकि, बाद में इमरान खान ने पीएम मोदी को फोन भी किया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने उनका फोन नहीं उठाया। लेकिन, अब पाकिस्तान के नये विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत के साथ संबंधों को लेकर काफी अहम बयान दिया है।
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बिलावल ने जताई अच्छे संबंधों की उम्मीद
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने बुधवार को कहा कि, उन्हें एक ऐसे दिन की उम्मीद है, जब उनका देश न केवल राजनयिक कारणों से बल्कि आर्थिक कारणों से भी भारत से जुड़ेगा। समाचार एजेंसी पीटीआई ने जरदारी के हवाले से कहा कि भारत के साथ पाक के संबंध 'आगे नहीं बढ़ रहे हैं'। बिलावल भुट्टो ने इस बात को माना है कि, पाकिस्तान और भारत के संबंध अभी आगे नहीं बढ़ रहे हैं, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई है, कि एक दिन दोनों देशों के बीच काफी अच्छे रिश्ते होंगे। बिलावल भुट्टो ने जरदारी ने पाकिस्तान के आर्थिक और व्यापार अवसरों को अनलॉक करने के लिए आवश्यक विभिन्न कदमों के बारे में बात करते हुए कहा कि, "आज नहीं तो कल, वह दिन आना ही होगा। उस दिन हम अपनी पूरी आर्थिक क्षमता को अनलॉक करेंगे, और सभी समृद्धि का फल अपने विभिन्न पड़ोसियों के साथ साझा करेंगे।"
भारत पर क्या बोले बिलावल
भारत और पाकिस्तान के बीच के संबंध को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक 2022 के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि, ‘मतलब हां, भारत के साथ हमारे संबंध अभी स्पष्ट रूप से आगे नहीं बढ़ रहे हैं, लेकिन एक दिन हम उस स्थिति में पहुंच जाएंगे जहां अंतरराष्ट्रीय संस्थान अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आएंगे। निश्चित रूप से, एक दिन होगा जब हम पूर्व में अपने पड़ोसी के साथ जुड़ने में सक्षम होंगे, न केवल कूटनीतिक रूप से बल्कि आर्थिक रूप से भी।"
‘आर्थिक संकट से गुजर रहा पाकिस्तान’
बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि, पाकिस्तान विभिन्न संघर्षों की वजह से गंभीर आर्थिक परिणामों से निपट रहा है और उन्होंने पाकिस्तान के मुस्लिमों को संबोधित करते हुए पूछा कि, ‘क्या हमें बार-बार वही पुरानी लड़ाई लड़नी चाहिए या क्या हमें आधुनिक मुसलमानों के देश के रूप में एक समृद्ध भविष्य की आकांक्षा नहीं रखनी चाहिए?" बिलावल ने कहा कि, ‘घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका राजनीतिक कलह को छोड़कर अपने देश की विशाल क्षमता का पता लगाना और उन्हें अनलॉक करना है'। उन्होंने कहा, कि ‘हम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह प्रदर्शित कर सकते हैं कि पाकिस्तान एक कार्यशील देश है'।
गंभीर आर्थिक संकट में फंसा है पाकिस्तान
आपको बता दें कि, पाकिस्तान इस वक्त गंभीर आर्थिक संकट में फंसा है और पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में सोमवार को कहा गया है कि, नकदी की कमी से जूझ रही पाकिस्तान सरकार कार्य दिवसों की संख्या को कम करके ईंधन को बचाने की कोशिश की तरफ सरकार कदम बढ़ा सकती है। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार अनुमान लगा रही है कि, अगर कर्मचारियों को हफ्ते में ज्यादा छुट्टियां दी जाएं, तो एक साल में 2.7 अरब डॉलर तक विदेशी मुद्रा बचाया जा सकता है।
ज्यादा छुट्टी देने पर विचार
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का अनुमान है, कि अगर कर्मचारियों को ज्यादा छुट्टियां दी जाती हैं, तो एक साल में 1.5 अरब डॉलर से 2.7 अरब डॉलर तक विदेशी मुद्रा बचाया जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष (FY22) के पहले 10 महीनों (जुलाई-अप्रैल) के लिए पाकिस्तान का कुल तेल आयात 17 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक हो गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 96 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्शाता है। पाकिस्तान सरकार के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि, किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले बिजली प्राधिकरण और पेट्रोलियम डिविजनों को सलाह दी गई है, कि वो हर प्वाइंट पर काफी सोच समझकर विश्लेषण करें और फिर आखिरी रिपोर्ट तैयार करें।
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