हैकर्स ने 80 मिलियन डॉलर पर किया हाथ साफ, दुनिया हैरान
ढाका। हैकिंग के कई तरह के नुकसानों के बारे में आपने सुना होगा लेकिन कभी 80 मिलियन डॉलर की चोरी के बारे में सुना है। बांग्लादेश में कुछ ऐसा ही हुआ है जिसने पूरी दुनिया को हैरानी में डाल दिया है। यहां पर हैकर्स ने सेंट्रल बैंक के कम्प्यूटर सिस्टम को हैक करके बैंक से 80 मिलियन डॉलर यानी 80 करोड़ डॉलर की रकम साफ कर ली।
हैकर्स और भी बड़ी रकम चुरा सकते थे लेकिन स्पेलिंग मिस्टेक की वजह से ऐसा नहीं हो सका और बैंक में 870 मिलियन डॉलर की रकम सुरक्षित रह गई।
फरवरी की घटना
यह चोरी पिछले माह फरवरी में हुई थी और माना जा रहा है कि कई हफ्तों की निगरानी के बाद इस चोरी को अंजाम दिया गया है। साइबर हैकिंग का यह दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा मामला है।
बैंक अधिकारियों के मुताबिक जांच करने वाली टीम को शक है कि कंप्यूटर सिस्टम में मेलवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके इस बात पर नजर रखी गई कि कैसे बैंक में मौजूद अमेरिकी अकाउंट से पैसे निकाले जा सकते हैं।
श्रीलंका में कर दी गड़बड़
रशिया टुडे के मुताबिक चोरी किए गए अमाउंट से करीब आठ करोड़ डॉलर की रकम फिलीपींस भेजी गई है। यहां पर कैसिनों के जरिए उसे हांगकांग भेजा गया । इसके बाद दो करोड़ डॉलर की रकम श्रीलंका के एनजीओ शालिका फाउंडेशन को भेजी गई।
श्रीलंका में जब पैसे को ट्रांसफर किया गया तो इस चोरी का पता लग सका। दरअसल इस फाउंडेशन की स्पेलिंग foundation की जगह हैकर्स fondation लिख रहे थे और इसी वजह से ट्रांजैक्शन ब्लॉक हो गया। फिर इस चोरी का पता लगा।
क्या है मेलवेयर सॉफ्टवेयर
विशेषज्ञों के मुताबिक मेलवेयर एक ऐसा खतरनाक सॉफ्टवेयर है जो आपके कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाएगा लेकिन आपको इसकी भनक तक नहीं लग पाएगी। इस सॉफ्टवेयर के जरिए कोई भी सीक्रेट इंफॉर्मेशन चुराई जा सकती है।
हैकर्स ने न्यूयॉर्क के फेडरल रिजर्व बैंक की रकम पर हाथ साफ किया है। साइबर सिक्योरिटी टीम अब इस बात का पता लगा रही है कि आखिर इस सॉफ्टवेयर को कैसे इंस्टॉल किया गया था।
किस काम आती रकम
इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं इस क्राइम में बैंक के किसी इंप्लॉई का हाथ तो नहीं है। वहीं इस चोरी के बाद साइबर वर्ल्ड से जुड़े तमाम लोग सकते में हैं। इस बैंक में जमा पैसे का प्रयोग बांग्लादेश अपने अतंराष्ट्रीय कामों में करता है।