नासा को मिली बड़ी सफलता, लापता विक्रम लैंडर मिला, जारी की तस्वीर
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वॉशिंगटन डीसी। भारत के मिशन चंद्रयान-2 के लापता विक्रम लैंडर को लेकर नासा ने बड़ी जानकारी साझा की है। नासा की ओर से कहा गया है कि उसने चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को खोज लिया है। नासा ने विक्रम लैंडर की लैंडिंग की जगह की तस्वीर भी जारी की है। दरअसल इसरो के मिशन चंद्रयान-2 को उस वक्त बड़ी निराशा हाथ लगी थी जब चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करते करते वक्त विक्रम लैंडर से संपर्क टूट गया था, जिसके बाद नासा ने इसे तलाश लिया है।
तस्वीर साझा की
नासा की ओर से विक्रम लैंडर के लैंड करने की मौजेक तस्वीर साझा की गई है। नासा के मिशन लूनर रीकानसन्स ऑर्बिटर कैमरा ने जो तस्वीर ली हैं उसमे देखा जा सकता है कि चंद्रमा की सतह पर क्या बदलाव हुआ है जब विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर हार्ड लैंडिंग की थी। नासा ने जो तस्वीर साझा की है उसमे हरा और नीला स्पॉट यह दर्शाता है कि विक्रम लैंडर कहां पर गिरा और कहां पर इसका मलबा है।
तस्वीरों की तुलना से पता चला
नासा की ओर से कहा गया है कि ग्रीन डॉट्स इस बात की पुष्टि करता है कि यह विक्रम लैंडर है। जबकि नीला डॉट यह दर्शा रहा है कि लैंडर की लैंडिंग के बाद वहां की मिट्टी हटी है, जहां पर विक्मर लैंडर ने लैंडिंग की थी। एस इस बात को दर्शाता है कि मलबे की पहचान शनमुगा सब्रमण्यम ने की है। शनमुगा सब्रमण्यम ने एलआरओ से संपर्क किया और मलबे की सकारात्मक पहचान की। जिसके बादद एलआरओसी की टीम ने इस बात की पुष्टि की है कि पहले और बाद की तस्वीर की तुलना के आधार पर इस बात की पुष्टि होती है कि विक्रम लैंडर यहीं पर लैंड हुआ था।
कई बार ली गई तस्वीरें
लूनर रीकानसन्स ऑर्बिटर कैमरा टीम ने अपनी पहली तस्वीर 17 सितंबर को जारी की थी। लेकिन उस वक्त यह स्पष्ट नहीं हो सका था कि विक्रम लैंडर कहा है। इसके बाद 14-15 अक्टूबर को फिर से तस्वीरें ली गईं और 11 नवंबर को भी बाद में एक और तस्वीर ली गई। जिसके बाद एलआरओसी की ने आसपास के इलाकों की तस्वीर की तुलना की और विक्रम लैंडर के लैंड करने वाली जगह की पुष्टि की।
The #Chandrayaan2 Vikram lander has been found by our @NASAMoon mission, the Lunar Reconnaissance Orbiter. See the first mosaic of the impact site https://t.co/GA3JspCNuh pic.twitter.com/jaW5a63sAf
— NASA (@NASA) December 2, 2019